Babri Masjid Donation Scam: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बन रही बाबरी मस्जिद को लेकर एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिस पवित्र मकसद के लिए देश-विदेश से लोग दिल खोलकर चंदा दे रहे हैं, उसमें अब जालसाजों ने सेंध लगा दी है। खबर है कि मस्जिद निर्माण के लिए आ रहा पैसा ट्रस्ट के खाते में जाने के बजाय साइबर ठगों की जेब में जा रहा है। इस ‘डिजिटल डकैती’ के सामने आते ही ट्रस्ट के सदस्यों के होश उड़ गए हैं और आनन-फानन में पुलिस कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
QR Code बदलकर की गई ठगी
मुर्शिदाबाद के भरतपुर से निलंबित टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर जिस बाबरी मस्जिद का निर्माण करवा रहे हैं, उसके चंदे में बड़ी धांधली पकड़ी गई है। आरोप है कि शातिर जालसाजों ने मस्जिद के लिए बनाए गए Trust के असली QR Code की हुबहू नकल (Duplicate) कर ली है। ठगों ने ट्रस्ट की जानकारी कॉपी करके एक फर्जी कोड तैयार किया और उसे चंदा वसूली के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। नतीजा यह हुआ कि श्रद्धालुओं द्वारा दी जा रही दान की राशि असली खाते के बजाय फर्जीवाड़े करने वालों के पास पहुंचने लगी।
5 करोड़ का चंदा और सोने के गहने
मस्जिद निर्माण के लिए लोगों की आस्था किस कदर उमड़ रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक करीब 5 करोड़ रुपये की राशि जुटाई जा चुकी है। हर शाम को मिले हुए चंदे की गिनती की जाती है। गुरुवार को ही 2 लाख 31 हजार 495 रुपये नकद मिले। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने सोने की अंगूठी, नथ और बालियां भी दान में दी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक व्यक्ति ने तो अकेले 1 करोड़ रुपये देने का वादा किया है। कतर, सऊदी अरब और इंग्लैंड जैसे देशों से भी लोग दान देने के लिए फोन कर रहे हैं।
ट्रस्ट ने दर्ज कराई FIR
इस धोखाधड़ी का पता चलते ही ‘वेस्ट बंगाल इस्लामिक फाउंडेशन ऑफ इंडिया’ नामक ट्रस्ट हरकत में आ गया है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अमीन उल शेख ने बहरमपुर Cyber Crime Police Station में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि जालसाजों ने ट्रस्ट का डेटा चोरी कर फर्जीवाड़ा किया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। विदेशी फंडिंग प्राप्त करने के लिए बैंकिंग प्रावधान भी स्थापित किए जा रहे हैं ताकि विदेशों से आने वाला पैसा सुरक्षित रहे।
हुमायूं कबीर का नया सियासी दांव
एक तरफ मस्जिद का निर्माण चल रहा है, तो दूसरी तरफ हुमायूं कबीर अपनी सियासी जमीन भी तैयार कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद में मस्जिद की नींव रखने के बाद से ही वह सुर्खियों में हैं। अब खबर है कि वह हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरने की रणनीति बना रहे हैं। कबीर 22 दिसंबर को अपनी नई पार्टी का ऐलान करने वाले हैं, जिससे पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव में नए समीकरण बनने के आसार हैं।
जानें पूरा मामला
मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में 23 बीघे जमीन पर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है। हाल ही में शुक्रवार की नमाज के दौरान यहां भारी भीड़ उमड़ी थी और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हुमायूं कबीर टीएमसी से निलंबित होने के बाद इस मस्जिद निर्माण के जरिए एक बड़ा संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब Cyber Fraud ने इस मिशन में एक बड़ी बाधा खड़ी कर दी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के चंदे के लिए बनाए गए QR Code का क्लोन बनाकर ठगी की गई।
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ट्रस्ट ने बहरमपुर साइबर क्राइम थाने में जालसाजों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
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मस्जिद के लिए अब तक 5 करोड़ रुपये नकद और सोने के गहने दान में मिल चुके हैं।
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हुमायूं कबीर 22 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान करेंगे और ओवैसी के साथ गठबंधन कर सकते हैं।






