नई दिल्ली,19 सितंबर,(The News Air): आयुर्वेदिक न्यूट्रिशन ब्रांड कपीवा (Kapiva) बड़ी छलांग लगाने को तैयार है। कंपनी अपने ऑपरेशंस को बढ़ाने और बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए 300 से 330 करोड़ (लगभग $40 मिलियन) जुटाने की योजना बना रही है। खास बात यह है इस राशि को मौजूदा निवेशकों से ही जुटाया जाएगा। इस मामले से वाकिफ लोगों ने मनीकट्रोल को बताया कि इस फंडिंग राउंड की अगुवाई कंपनी के मौजूदा निवेशक, ऑर्बिमेड कर सकते हैं। वहीं फायरसाइड वेंचर्स, वर्टेक्स वेंचर्स, और 3one4 कैपिटल जैसे दूसरे बड़े निवेशक भी इसमें हिस्सा ले सकते हैं।
साल 2016 में शुरू हुई कपीवा एक डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) आयुर्वेदिक ब्रांड है, जो जूस, टी, ऑयल, शेक्स आदि बेचती है। कंपनी का दावा है कि उसके बालों के झड़ने को रोकने, वजन घटाने, डायबिटीज और पाचन जैसी समस्याओं के इलाज में मदद करते हैं। हाल के दिनों में कंज्यूमर्स के बीच प्रीमियम उत्पादों, खासतौर से हेल्थ और वेलनेस से जुड़े उत्पादों पर अधिक खर्च करने का ट्रेंड देखा गया है। इसी के चलते निवेशक Kapiva में लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।
Kapiva की वैल्यूएशन
सूत्रों के अनुसार, इस नए फंडिंग राउंड के बाद Kapiva की वैल्यूएशन लगभग 1,100 से 1,250 करोड़ रुपये ($130-150 मिलियन) तक पहुंच सकती है। यह पिछले फंडिंग राउंड से थोड़ी अधिक मानी जा रही है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कपीवा की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
Kapiva ने पिछले कुछ महीनों में अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार किया है और अपने ग्राहकों का आधार भी बढ़ाया है। FY23 में कंपनी का कारोबार 115 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो FY22 के ₹59 करोड़ से लगभग 95% अधिक है। हालांकि, इसी दौरान कंपनी का घाटा बढ़कर 65 करोड़ रुपये हो गया, जो FY22 में 48 करोड़ रुपये था। यह घाटा कंपनी के नए प्रोडक्ट लाइन और विस्तार की वजह से हुआ है, क्योंकि कैपिवा ने लाभ से पहले ग्रोथ को प्राथमिकता दी है।
प्रमुख निवेशक
Kapiva ने अब तक कुल 4 करोड़ डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटाई है। ऑर्बिमेड कंपनी की सबसे बड़े शेयरधारक है, जिसकी कंपनी में 30% से अधिक हिस्सेदारी है। वहीं, वैद्यनाथ ग्रुप के पास 12% हिस्सेदारी और वर्टेक्स वेंचर्स की 11% हिस्सेदारी है।