AYODHYA BREAKS RECORDS: धर्म और संस्कृति की नगरी अयोध्या ने एक बार फिर अपने भव्य दीपोत्सव के जरिए पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। वर्ष 2017 से हर साल आयोजित होने वाले दीपोत्सव के नौवें संस्करण में इस बार एक नहीं, बल्कि दो नए वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राम भक्तों और अयोध्यावासियों ने 26 लाख से अधिक दीये जलाकर और सरयू तट पर महाआरती आयोजित कर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।

56 घाटों पर प्रज्ज्वलित हुए 26 लाख से अधिक दीप
रविवार को रामकथा पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतीकात्मक रूप से भगवान राम का राज्याभिषेक किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री ने सीधे राम मंदिर परिसर का रुख किया, जहां उन्होंने प्रथम तल पर स्थापित रामदरबार में शीश झुकाया और रामलला का पूजन-अर्चन किया। रामलला के मुख्य द्वार पर एक दीप प्रज्ज्वलित कर उन्होंने जैसे ही दीपोत्सव का श्रीगणेश किया, अयोध्या के 56 घाटों पर मौजूद हजारों वालंटियर्स ने दीपों को जलाना शुरू कर दिया।
सिर्फ़ 15 मिनट के भीतर, कुल 26 लाख 17 हज़ार 215 दीपक जलाए गए, जिसने दीप प्रज्ज्वलन का एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। इसके तुरंत बाद, सरयू नदी के तट पर 2128 वेदाचार्यों द्वारा एक साथ की गई महाआरती को भी वर्ल्ड रिकॉर्ड का दर्जा दिया गया। दोनों रिकॉर्ड्स को तत्काल प्रभाव से गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज़ किए जाने की घोषणा की गई, जिसके प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपे गए।

विकास और विरासत का अद्भुत संगम
इस ऐतिहासिक दीपोत्सव के अवसर पर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में हुए परिवर्तन पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि अयोध्या अब ‘विकास और विरासत का अद्भुत संगम’ प्रस्तुत करती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि दीपोत्सव की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पूरे उत्तर प्रदेश में इस साल एक करोड़ 51 लाख दीप जलाए जा रहे हैं। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “आज उत्तर प्रदेश को पहचान के संकट का सामना नहीं करना पड़ रहा है। जहां कभी गोलियां चलती थीं, आज वहां दीप जलाए जा रहे हैं।”
सीएम योगी ने विपक्ष पर बोला तीखा हमला
दीपोत्सव समारोह के मंच से सीएम योगी ने राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रति विपक्षी दलों के रवैये को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जब हमने 2017 में दीपोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया, तो हमारा उद्देश्य दुनिया को यह दिखाना था कि वास्तव में दीप कैसे जलाए जाते हैं।”

उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “इसी अयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने कहा था कि राम एक मिथक हैं, जबकि समाजवादी पार्टी ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं।” मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों की इस बात के लिए भी आलोचना की कि उन्होंने पिछले वर्ष हुए राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जो “बाबर की कब्र पर सजदा करते हैं, लेकिन श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किए जाने पर निमंत्रण अस्वीकार कर देते हैं।”
लेजर और ड्रोन शो ने बांधा समां
जैसे ही शाम हुई, राम की पैड़ी पर आयोजित लेजर शो और आसमान में 1100 ड्रोनों के शानदार शो ने समां बांध दिया। ड्रोनों ने आकाश में भगवान राम की अद्भुत आकृति उकेरकर हर व्यक्ति का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में पदभार संभालने के बाद अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को वैश्विक पटल पर स्थापित करना था। हर साल दीयों की संख्या का एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाकर, यह उत्सव अब उत्तर प्रदेश सरकार के सांस्कृतिक एजेंडे का एक प्रमुख हिस्सा बन चुका है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव था, जिसके कारण इसकी भव्यता और राजनीतिक महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। यह उत्सव एक मजबूत संदेश देता है कि राज्य सरकार ‘विकास’ के साथ-साथ ‘विरासत’ के संरक्षण और उत्थान पर भी केंद्रित है।

मुख्य बातें (Key Points):
- अयोध्या दीपोत्सव 2025 में 26 लाख 17 हजार 215 दीये जलाकर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया।
- सरयू तट पर 2128 वेदाचार्यों द्वारा महाआरती का भी रिकॉर्ड दर्ज किया गया, दोनों प्रमाण पत्र सीएम योगी को सौंपे गए।
- सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला बोला, कहा- जहां एक समय गोलियां चलती थीं, आज वहां दीप जल रहे हैं।
- पूरे उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ 51 लाख दीप जलाए गए, जिसे मुख्यमंत्री ने ‘विकास और विरासत का संगम’ बताया।






