Trump on Radical Islam: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हनुका उत्सव के दौरान यहूदियों को निशाना बनाकर किए गए भीषण आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस से बोलते हुए ट्रंप ने इस ‘यहूदी विरोधी’ हमले की निंदा की और सभी देशों से ‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद’ की बुरी ताकतों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की अपील की।
सिडनी का मशहूर बॉन्डी बीच गोलियों की आवाज से गूंज उठा, जहां हनुका का पवित्र त्योहार मना रहे यहूदी समुदाय को आतंकियों ने विशेष रूप से टारगेट किया। इस दर्दनाक हमले ने 15 लोगों की जान ले ली और 25 अन्य बुरी तरह घायल हो गए।
सात समंदर पार अमेरिका में, व्हाइट हाउस में हनुका समारोह की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने पीड़ितों और पूरे ऑस्ट्रेलिया के लोगों के लिए प्रार्थना की और अपना प्यार भेजा।
‘यहूदी विरोधी भयानक हमला’
ट्रंप ने अपने संबोधन में इसे एक ‘भयानक और यहूदी विरोधी आतंकवादी हमला’ करार दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी देशों को अब कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद की बुरी ताकतों के खिलाफ एक साथ खड़ा होना चाहिए और अमेरिका ऐसा कर रहा है।
यहूदी समुदाय को आश्वस्त करते हुए ट्रंप ने संकल्प लिया, “मैं यहूदियों का हमेशा मित्र रहूंगा।” उन्होंने हनुका के संदेश का जिक्र करते हुए कहा कि रोशनी हमेशा अंधेरे पर और विश्वास डर पर जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर उस विश्वास का सम्मान करना चाहिए जिसने हमेशा यहूदी लोगों की रक्षा की है।
नेतन्याहू का फूटा गुस्सा
दूसरी तरफ, इस हमले पर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का गुस्सा भी सातवें आसमान पर है। उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलिया की नीतियों ने दरअसल ‘आग में घी डालने’ का काम किया है।
नेतन्याहू ने यहूदी विरोधी भावना को एक ‘कैंसर’ बताया जो तब फैलता है जब नेता चुप रहते हैं। इजराइल की इस चेतावनी के बाद कि ‘आतंकी जहां भी होंगे हम चुन-चुन कर मारेंगे’, अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या नेतन्याहू कोई बड़ा एक्शन लेने वाले हैं और क्या यह हमला किसी नए युद्ध की शुरुआत कर सकता है?
ISIS कनेक्शन और जांच
जांच एजेंसियों को हमलावरों के बारे में अहम जानकारी हाथ लगी है, जिनके नाम नावेद अकरम और साजिद अकरम बताए जा रहे हैं। यह भी सामने आया है कि घटना स्थल पर एक वाहन मिला जिस पर ISIS का झंडा लगा हुआ था।
इस आतंकी हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया की अल्बनी सरकार हरकत में आई है और देश में हथियारों से जुड़े कानूनों को और सख्त करने की बात कही जा रही है।
ट्रंप का बड़ा एक्शन: ट्रैवल बैन
इस आतंकी घटना और इस्लामिक आतंकवाद पर अपने कड़े बयान के बीच, डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए कई देशों पर ट्रैवल बैन (यात्रा प्रतिबंध) बढ़ा दिया है।
इन प्रतिबंधों में अफगानिस्तान, ईरान, सीरिया, सूडान समेत कई नए और पुराने देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। खास तौर पर यह आदेश दिया गया है कि फिलिस्तीनी अथॉरिटी द्वारा जारी दस्तावेजों पर यात्रा करने वालों की अमेरिका में ‘नो एंट्री’ होगी।
क्या है पूरा मामला
यह पूरा घटनाक्रम सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए उस आतंकी हमले के इर्द-गिर्द घूमता है, जहां हनुका उत्सव मना रहे यहूदियों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया। इस हमले ने न केवल ऑस्ट्रेलिया बल्कि वैश्विक स्तर पर सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है, जिसके बाद विश्व नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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सिडनी के बॉन्डी बीच पर हनुका उत्सव के दौरान आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत और 25 घायल।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे ‘कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद’ बताते हुए दुनिया से एकजुट होने की अपील की।
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इजराइली पीएम नेतन्याहू ने ऑस्ट्रेलिया की नीतियों की आलोचना की और कड़े एक्शन के संकेत दिए।
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जांच में घटनास्थल से ISIS का झंडा मिला; ट्रंप ने कई देशों पर ट्रैवल बैन और सख्त कर दिया है।






