The News Air- पंजाब में विधानसभा चुनाव की तारीख़ टाली जा सकती है। इसके लिए चुनाव आयोग की बैठक जारी है और कभी भी फ़ैसला आ सकता है। इसकी वजह श्री गुरु रविदास जी की जयंती है। असल में चुनाव आयोग ने पंजाब में 14 फरवरी की वोटिंग रख दी।
16 फरवरी को श्री गुरु रविदास जी की जयंती है। जिसके चलते पंजाब से लाखों श्रद्धालु गुरु के जन्मस्थान के दर्शन के लिए उत्तर प्रदेश के बनारस में जाते हैं। ऐसे में चुनाव टालने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां एकमत हैं। उनका तर्क है कि क़रीब 20 लाख आबादी को मतदान से जुड़ी दिक्क़त हो सकती है।
वहीं आयोग की चिन्ता भी बढ़ी है, क्योंकि ऐसे हालात में मतदान प्रतिशत भी घटेगा। इस बारे में पंजाब के चुनाव अफ़सरों की तरफ़ से आयोग को सूचित भी किया गया है। हालांकि इस बारे में अभी दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के हेड्क्वॉर्टर से कोई पुख़्ता सूचना नहीं आई है, लेकिन जल्द ही फ़ैसला ले लिया जाएगा।
14 को वोटिंग, 13 से UP रवाना होंगे श्रद्धालु
पंजाब में 32% अनुसूचित जाति भाईचारा है। 16 फरवरी को श्री गुरु रविदास जी की 645वीं जयंती है। ऐसे में लाखों लोग उनके जन्मस्थान गोवर्धनपुर जाते हैं। यह स्थान उत्तर प्रदेश के बनारस में है। जयंती के दिन दर्शन की इच्छा से पंजाब के लोग 13-14 फरवरी को ही स्पेशल ट्रेनों के ज़रिए पंजाब से रवाना हो जाएंगे। पंजाब में 14 फरवरी को मतदान है और लोग 16 के एक-दो दिन बाद तक वापस लौटते रहेंगे। ऐसे में वह मतदान में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
यह पार्टियां लिख चुकी पत्र
पंजाब में चुनाव की तारीख़ टालने की मांग सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी ने उठाई। बसपा के पंजाब प्रधान जसबीर गढ़ी ने कहा कि यह तारीख़ 20 फरवरी की जानी चाहिए। इसके बाद कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने पत्र लिखकर चुनाव टालने को कहा। हालात देख भाजपा, कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव ढींढसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने भी चुनाव टालने की मांग की है।
अब समुदाय भी विरोध में
पंजाब का दोआबा क्षेत्र और ख़ासकर जालंधर में श्री गुरु रविदास जी के सबसे ज़्यादा श्रद्धालु हैं। वह भी चुनाव की तारीख़ के विरोध में हैं। वह लोकतंत्र के इस अहम पड़ाव में योगदान देना चाहते हैं, लेकिन आयोग की दूरदर्शिता में कमी की वजह से वह वोट देने से वंचित रह सकते हैं। इस वजह से श्रद्धालु भी मांग कर रहे हैं कि वोटिंग की तारीख़ को एक हफ़्ते के लिए टाल दिया जाए।