Protem Speaker का पद विधानसभा में सबसे सीनियर विधायक को दिया जाता है, और इस बार यह जिम्मेदारी अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) को सौंपी गई है। लवली ने दिल्ली (Delhi) की गांधी नगर (Gandhi Nagar) विधानसभा सीट से जीत दर्ज कर 5वीं बार विधायक बनने का गौरव हासिल किया है।
लवली ने इस बार करीब 13 हजार वोटों से जीत दर्ज की। पहले वह कांग्रेस (Congress) पार्टी से जुड़े थे और शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) सरकार में मंत्री भी रहे। हालांकि, बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। अब, प्रोटेम स्पीकर बनने के बाद उनकी जिम्मेदारी होगी कि वह अन्य विधायकों को शपथ दिलाएं। इसके बाद, विजेंदर गुप्ता (Vijender Gupta) को स्थायी स्पीकर बनाया जाएगा।
कौन हैं अरविंदर सिंह लवली?
अरविंदर सिंह लवली का जन्म 11 दिसंबर 1968 को लुधियाना (Ludhiana) में हुआ था। उनके पिता का नाम बलविंदर सिंह (Balvinder Singh) है। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज (Guru Tegh Bahadur Khalsa College) से पॉलिटिकल साइंस में स्नातक किया।
कॉलेज के दिनों से ही लवली ने राजनीति में अपनी रुचि दिखाई। वर्ष 1987 में उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) से जुड़ गए। बाद में वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस (Delhi Pradesh Congress) के महासचिव बने। इसके अलावा, उन्हें पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी (District Congress Committee) का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया।
लवली की राजनीतिक यात्रा और नई भूमिका
अरविंदर सिंह लवली का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। कांग्रेस छोड़ने के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए और अब उनकी नई भूमिका उन्हें विधानसभा में वरिष्ठता और अनुभव का प्रतीक बनाती है।
अब, प्रोटेम स्पीकर बनने के बाद, उनका मुख्य काम विधानसभा में विधायकों को शपथ दिलाना होगा। इसके बाद, स्थायी स्पीकर का चुनाव किया जाएगा।