चंडीगढ़, 22 मार्च (The News Air) आम आदमी पार्टी (आप) ने ईडी द्वारा अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को तानाशाही व्यवहार और आप को रोकने के लिए प्रतिशोध की राजनीति करार दिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला।
आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ को जवाब दिया और कहा कि वह पंजाब और किसानों से संबंधित सभी मुद्दों पर चुप रहते हैं, लेकिन ईडी के दुरुपयोग का बचाव करने के लिए बोलते हैं।
कंग ने कहा कि अरविंद केजरीवाल वो शख्स हैं जो बीजेपी की तानाशाही के आगे नहीं झुके, अरविंद केजरीवाल को इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उन्होंने मणिपुर में हो रही हिंसा और वहां महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। बीजेपी केजरीवाल को इसलिए गिरफ्तार कर रही है क्योंकि उन्होंने किसानों के हत्यारे के पिता को अपने मंत्रिमंडल में रखने और उन्हें दोबारा टिकट देने के लिए बीजेपी और मोदी की निंदा की थी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वह हमारी महिला ओलंपिक खिलाड़ियों के साथ खड़े थे जो यौन उत्पीड़न करने वाले बृजभूषण के विरोध में दिल्ली में धरने पर बैठी थीं और न्याय की मांग कर रही थीं।
कंग ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को बचाने के लिए अरविंद केजरीवाल की आवाज हमेशा संसद से लेकर सड़क तक, सड़क से लेकर देश के कोने-कोने में जनता तक गूंजती रही है। हमने भाजपा से समझौता नहीं किया इसलिए उन्होंने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया।
आप नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल हिमंता विस्वा शर्मा, नारायण राणे और अजित पवार की तरह बीजेपी की वॉशिंग मशीन में नहीं धुले। कंग ने कहा कि अगर सुनील जाखड़ आज कांग्रेस में होते तो बीजेपी उन्हें भी जेल में डाल देती। जो भी व्यक्ति सही के पक्ष में आवाज उठाता है और उनके खिलाफ खड़ा होता है उसे भाजपा सरकार दंडित करती है।
कंग ने कहा कि वे उस शराब घोटाले की बात कर रहे हैं जो घोटाला हुआ ही नहीं, क्योंकि पिछले दो सालों में आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता के पास से एक पैसे की भी बरामदगी नहीं हुई है।
कंग ने कहा कि बेरोजगारी और मुद्रास्फीति अब तक के उच्चतम स्तर पर है। अग्निवीर के नाम पर युवाओं का शोषण हो रहा है और किसान अपने हक के लिए धरना देने को मजबूर हैं। पंजाब के लोगों ने हमेशा किसी भी तरह के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है और आज केजरीवाल को भी सही के साथ खड़े होने की सजा मिल रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे सुनील जाखड़ पर शक होने लगा है। वह खुद को पंजाबी कहते हैं लेकिन आज वह उस पार्टी के मुखिया हैं जिसने आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों का साथ दिया था। वह बीजेपी के गुलाम हैं। उन्हें पंजाब के लोगों से कोई लेना-देना नहीं है।
कंग ने कहा कि जाखड़ पंजाब की आबकारी नीति पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि वही नीति से एक साल में राजस्व 6,100 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं अकाली-भाजपा की सरकार के दौरान एक्साइज नीतियों से पंजाब के खजाने को नुकसान होता था।
दरअसल जाखड़ जैसे लोग मुख्यमंत्री भगवंत मान से डरते हैं। उन्हें भगवंत मान के गीत गाने से भी आपत्ति है। उन्हें पंजाबी गानों से भी नफरत हो जाएगा क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं, जो देश में सबसे ज्यादा नफरत फैलाती है। उन्होंने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा शर्मा, अजित पवार, नारायण राणे और सुनील जाखड़ की तरह समझौता किया होता तो आज बीजेपी केजरीवाल को माला पहनाकर सम्मानित कर रही होती।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा की हरियाणा सरकार ने हमारे युवा किसान की गोली मारकर हत्या कर दी, तब सुनील जाखड़ के मुंह से किसानों और हमारे युवाओं के लिए एक भी शब्द नहीं निकला। जब मोदी जी ने लखीमपुर खीरी के हत्यारे के पिता को टिकट देकर और अपने मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाकर उनका सम्मान किया तो भी उन्होंने कुछ नहीं कहा। उन्होंने कभी पंजाब के लिए भी एक शब्द नहीं बोला। केन्द्र ने पंजाब का 66% से अधिक अनुदान कम कर दिया है इसपर उन्होंने अपने नेतृत्व से सवाल क्यों नहीं किया? अगर वह पंजाब के लिए कुछ भी महसूस करते हैं तो उन्हें पंजाब के प्रति भाजपा के भेदभाव के खिलाफ बोलना चाहिए।
कंग ने कहा कि हम मोदी की तानाशाही के आगे झुकने वाले नहीं हैं। चाहे हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल हों या हमारे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, हममें से कोई भी इसके सामने आत्मसमर्पण करने वाला नहीं है। हम लोगों के लिए लड़ेंगे। वह आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को जितना सताएंगे, उतने अरविंद केजरीवाल पैदा हो जायेंगे, क्योंकि विचारों को दबाया या रोका नहीं जा सकता। हम डरने वाले लोग नहीं हैं। हम समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं पर झूठे मामले दर्ज किये गये हैं।
आप नेता ने कहा कि ये एक प्रोपेगेंडा है। यह बीजेपी की साजिश है क्योंकि वे अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव प्रचार से दूर रखना चाहते हैं। लेकिन वे सफल नहीं होंगे। अरविंद केजरीवाल की आवाज हमेशा देश, संविधान, लोगों के अधिकारों के लिए उठती रहेगी।