इंडिया अपनी बॉर्डर शेयर करता है पाकिस्तान और चाइना के साथ और दोनों के साथ ही इंडिया के रिलेशन्स अच्छे नहीं हैं। अब पाकिस्तान से इंडिया को नया खतरा आता दिख रहा है। पाकिस्तान में पोलियो के केसेस बढ़ रहे हैं। इस हफ्ते एक और केस पाकिस्तान में रिपोर्ट किया गया है, जोकि साल 2024 का 6वां केस है। इसके अलावा साल 2023 में भी 6 केसेस रिपोर्ट किए गए थे।
अब कई लोग बोलेंगे कि प्रोब्लम क्या है इसकी वैक्सीन तो हमारे पास है। पर एक समय पर इससे पूरी दुनिया में सिर्फ गरीब देशों की बात नहीं कर रहा, यहां तक कि अमेरिका और यूरोपियन देशों ने भी इस बीमारी का सामना किया है।
पहले समझते हैं कि इस बीमारी में होता क्या है और यह कैसे फैलती है:
पोलियो एक स्पेशल तरह का वायरस होता है जो कुछ केसेस में स्पाइन और कुछ केसेस में ब्रेन को अफेक्ट करता है और कुछ ऐसे भी केसेस होते हैं जहां दोनों ही इससे अफेक्ट होते हैं। इससे किसी की बॉडी पैरालाइस हो जाती थी तो किसी की तो डेथ भी होती थी। अगर डेटा की बात करें तो अमेरिका में वर्ष 1916 के दौरान 27 हजार लोग इस बीमारी से इन्फेक्टेड थे और 7 हजार लोगों की जान चली गई थी। यह पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या थी।
पोलियो कैसे फैलता है?
पोलियो व्यक्ति से व्यक्ति संपर्क से फैलता है। यह फैल सकता है संक्रमित व्यक्ति के बॉडी वेस्ट से, छींक या खांसी की संक्रमित ड्रॉपलेट्स से। पोलियो बहुत संक्रामक है, और इसके अलावा जो पोलियो से संक्रमित हैं, उनमें लक्षण दिखें यह जरूरी नहीं है। कुछ लोगों में फ्लू जैसे लक्षण होते हैं जिन्हें आसानी से किसी और तरह के वायरस के लक्षण समझा जा सकता है।
इंडिया के लिए यह खतरा कैसे है?
इंडिया को मार्च 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पोलियो मुक्त घोषित किया था और इंडिया में आखिरी रिपोर्टेड केस 2011 में पश्चिम बंगाल के हावड़ा में था। इंडिया से पोलियो उन्मूलन में मदद के लिए कई सारे स्टेकहोल्डर्स, सेलेब्रिटीज और सरकारी कैम्पेन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यहां तक कि घर-घर जाकर गवर्नमेंट की तरफ से नियुक्त आयास ने पोलियो की वैक्सीन को एडमिनिस्टर किया।
दुनिया की अगर बात करें तो सबसे पहले अमेरिकन वैज्ञानिक जॉन साल्क ने 1955 में इस डेडली वायरस की वैक्सीन बनाई और WHO और कई विश्व एजेंसियों को फ्री में अपनी सारी रिसर्च दे दी ताकि मानव जाति को बचाया जा सके। वर्ष 1994 में अमेरिका को पोलियो मुक्त घोषित किया गया। और मास प्रोडक्शन से इसको लोगों तक पहुंचाया गया और अंततः पूरी दुनिया पोलियो मुक्त हुई, सिवाय पाकिस्तान और अफगानिस्तान के। यहां तक कि सब-सहारा अफ्रीकी देशों भी पोलियो मुक्त हैं, पर पाकिस्तान नहीं।
इसके पीछे क्या कारण हैं?
पाकिस्तान अभी तक पोलियो मुक्त क्यों नहीं हुआ, इसके कई कारण हैं:
A) गलतफहमियाँ – पाकिस्तान में इस वैक्सीन को लेकर कई गलतफहमियाँ हैं। आम गलतफहमी है कि इसे हराम तरह से बनाया गया है और जानवर के लिवर से बनाया गया है या फिर यह इंसान को स्थायी रूप से टेढ़ा कर देती है। इसके चलते कई मामलों में उन लोगों पर हमले भी होते हैं जो वैक्सीन एडमिनिस्टर करने गांवों में जाते हैं। कई बार तो उन्हें जान से मारने की घटनाएं भी सामने आई हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि अगर गलतफहमी है तो पाकिस्तान की सरकार इसके लिए क्या कर रही है। तो यहां आता दूसरा कारण:
B) भ्रष्टाचार – अमेरिका और विश्व स्वास्थ्य संगठन पाकिस्तान और यहां तक कि अफगानिस्तान के लिए फंड्स जारी करता है। और बेसिक लेवल से लेकर ऊपर तक इतना भ्रष्टाचार है कि यह फंड सही जगह पहुंच ही नहीं पाता जिसके चलते यह केसेस हो सकता है कि भविष्य में और भी बढ़ें।