iPhone Ban : अमेरिका और रूस के बीच तनातनी जगजाहिर है। रूस की इंटेलिजेंस सर्विस का कहना है कि ऐपल (Apple) जासूसी करने में अमेरिकी सरकार की मदद कर रही है। खतरे को भांपते हुए रूसी अधिकारियों को आईफोन समेत दूसरी ऐपल डिवाइस इस्तेमाल करने से बैन कर दिया गया है। अब रूस के अधिकारी सरकारी कामों के लिए ऐपल की डिवाइसों का यूज नहीं कर पाएंगे। फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, रूसी अधिकारियों को लगता है कि iPhones अब सेफ नहीं हैं और इसके दूसरे विकल्प तलाशने की जरूरत है। रूसी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें भरोसा है अमेरिका वायरटैपिंग के लिए अपने उपकरणों का इस्तेमाल कर सकता है। रूस की इंटेलिजेंस लंबे वक्त से अपने अफसरों के लिए चिंतित है, क्योंकि वो जरूरी कामों के लिए आईफोन का इस्तेमाल करते हैं।
रूस के सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस एक्सपर्ट एंड्री सोलातोव के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया है कि अमेरिकी आईफोन का इस्तेमाल वायरटैपिंग के लिए कर सकते हैं। रूस में इस फैसले का विरोध भी हो सकता है क्योंकि अधिकारी लंबे वक्त से आईफोन इस्तेमाल कर रहे हैं और यह उनकी पसंदीदा डिवाइस है।
ऐपल पर जासूसी करने का आरोप रूस ने पिछले महीने ही लगा दिया था। तभी से यह माना जा रहा था कि रूस इसके खिलाफ कोई सख्त कदम उठा सकता है। रूस इंटेलिजेंस को जांच में पता चला था कि हजारों आईफोन कथित तौर पर ऐसे मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर से संक्रमित थे, जिससे पता चलता है कि ऐपल और अमेरिकी सिक्योरिटी एजेंसियों के बीच सहयोग है।
हालांकि रूसी अधिकारियों ने कोई सबूत पेश नहीं किया, लेकिन दावा किया वाइट हाउस हाउस इसमें शामिल है। रूस की कार्रवाई में गौर करने वाली बात है कि सिर्फ कामकाजी मकसद के लिए रूसी अधिकारी आईफोन इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। पर्सनल यूज के लिए ऐपल की डिवाइस इस्तेमाल हो सकेंगी।