Anurag Dwivedi ED Raid: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में मशहूर यूट्यूबर और फैंटेसी क्रिकेट एक्सपर्ट अनुराग द्विवेदी के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ऑनलाइन सट्टेबाजी और काले धन के नेटवर्क की जांच करते हुए ईडी ने अनुराग के घर पर छापा मारा, जहां से करोड़ों रुपये की लग्जरी गाड़ियां बरामद हुई हैं। यह मामला सिर्फ एक यूट्यूबर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश है जो सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों को अमीर बनने का सपना बेच रहा था।
लग्जरी गाड़ियों का जखीरा बरामद
ईडी की छापेमारी के दौरान अनुराग द्विवेदी के घर से विलासिता का ऐसा सामान मिला जिसे देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। जांच एजेंसी ने कुल चार महंगी गाड़ियां जब्त की हैं। इनमें 4.18 करोड़ रुपये की शुरुआती कीमत वाली Lamborghini Urus, BMW Z4, Mercedes Benz, Ford Endeavour और Thar शामिल हैं। ईडी का दावा है कि ये सभी गाड़ियां ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से कमाए गए अवैध पैसों से खरीदी गई थीं।
सट्टेबाजी एप्स से काली कमाई
जांच में सामने आया है कि अनुराग द्विवेदी अवैध सट्टेबाजी एप्स को प्रमोट करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। पश्चिम बंगाल पुलिस की एफआईआर के आधार पर शुरू हुई इस जांच में पता चला कि सिलीगुड़ी से सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज नाम के आरोपी एक संगठित सट्टा नेटवर्क चला रहे थे। वे ‘म्यूल बैंक अकाउंट्स’ (किराए के खाते) और टेलीग्राम चैनल्स का इस्तेमाल करते थे। अनुराग ने अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया के जरिए Sky Exchange जैसे अवैध बैटिंग एप्स का प्रचार किया और भारी कमाई की।
हवाला का पैसा और दुबई कनेक्शन
ईडी के मुताबिक, अनुराग को कंपनियों और परिवार के खातों में जो पैसा मिला, वह हवाला ऑपरेटर्स और कैश डिलीवरी के जरिए आया था। इस पैसे के पीछे कोई भी वैध बिजनेस नहीं मिला है। इतना ही नहीं, अनुराग पर सट्टेबाजी की कमाई को हवाला के जरिए दुबई भेजने और वहां रियल एस्टेट में प्रॉपर्टी खरीदने का भी आरोप है। बताया जा रहा है कि अनुराग फिलहाल दुबई में ही है और कई बार समन भेजे जाने के बावजूद वह ईडी के सामने पेश नहीं हुआ है।
विश्लेषण: चमक-दमक के पीछे का सच
इस मामले को देखें, तो यह सोशल मीडिया के दौर का एक काला सच है। 7 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स वाला एक इन्फ्लुएंसर, जो खुद को क्रिकेट एक्सपर्ट बताता है, असल में युवाओं को अवैध सट्टेबाजी की तरफ धकेल रहा था। यह कार्रवाई उन लाखों युवाओं के लिए एक सबक है जो सोशल मीडिया की चकाचौंध और ‘जल्दी अमीर’ बनने के सपने में अपनी मेहनत की कमाई ऐसे एप्स पर लुटा देते हैं। यह घटना बताती है कि डिजिटल दुनिया में दिखने वाली हर सफलता की कहानी सच नहीं होती।
जानें पूरा मामला
अनुराग द्विवेदी की कहानी 2017-18 में उन्नाव के एक छोटे से गांव से शुरू हुई थी। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, वह पहले क्रिकेट बुकियों के साथ जुड़ा था और लाखों रुपये हार चुका था। बाद में वह दिल्ली आया और फैंटेसी क्रिकेट (जैसे Dream 11) पर वीडियो बनाने लगा। उसने खुद को एक्सपर्ट के तौर पर पेश किया और दावा किया कि उसने 300 रुपये से शुरुआत करके बड़ा मुकाम हासिल किया। आज उसके चैनल पर 7.11 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं, लेकिन वीडियो महज 20 दिख रहे हैं। अब इसी ‘एक्सपर्ट’ पर PMLA (मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत केस दर्ज हुआ है।
मुख्य बातें (Key Points)
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ईडी ने यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी के घर से Lamborghini और BMW जैसी गाड़ियां जब्त कीं।
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अनुराग पर Sky Exchange जैसे अवैध सट्टेबाजी एप्स को प्रमोट करने का आरोप।
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सट्टे की कमाई से दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने और हवाला ट्रांजैक्शन का खुलासा।
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पश्चिम बंगाल पुलिस की एफआईआर के बाद ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस।






