नई दिल्ली, 5 दिसंबर (The News Air)– आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को भाजपा को फिर एक तगड़ा झटका दिया। 2013 में भाजपा से विधायक रह चुके एंबुलेंस मैन के नाम से दिल्ली समेत पूरे देश में प्रख्यात पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। “आप” के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जनसेवा से प्रभावित होकर उन्होंने यह फैसला किया। पार्टी मुख्यालय पर अरविंद केजरीवाल ने उनको पटका और टोपी पहनाकर “आप” परिवार में शामिल किया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जितेंद्र सिंह शंटी पिछले 29-30 साल से समाज सेवा में लगे हैं। उन्होंने अब तक 70 हजार से ज्यादा शवों को सम्मान के साथ श्मशान घाट पहुंचाकर उनका अंतिम संस्कार कराया है। आम आदमी पार्टी जन्म से बुढ़ापे तक लोगों की सेवा करती है और वह मृत्यु के बाद शवों की सेवा करते हैं। वह राजनीति में सेवा के लिए आए हैं। जब सरकारी संसाधन भी इनके साथ लगेंगे तो इनकी सेवाओं को दस गुना बल मिलेगा।
मृत लोगों के बारे में कोई नहीं सोचता, पर जितेंद्र सिंह शंटी उनको सम्मान दिया – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज जितेंद्र सिंह शंटी को आम आदमी पार्टी में शामिल करते हुए मुझे बहुत हर्ष हो रहा है। जितेंद्र सिंह शंटी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। वो अपनी समाज सेवा को लेकर न केवल दिल्ली व देश, बल्कि विदेशों में भी काफी चर्चित रहे हैं। वो पिछले 29-30 साल से समाज सेवा में लगे हुए हैं। उन्हें ऐम्बुलेंस मैन और तरह-तरह के नामों से जाना जाता है। खासकर, उन्होंने जिस तरह से मृत लोगों को सम्मान दिया है। उनके बारे में कोई नहीं सोचता, क्योंकि उनसे वोट नहीं मिलते हैं। अगर कोई आदमी मर जाए, उसके बाद उससे वोट थोड़ी मिलते हैं। उसका ख्याल एक अच्छा और सच्चा इंसान ही रख सकता है, जिसके सीने में दिल धड़कता है।
जितेंद्र सिंह शंटी ने कोराना के वक्त भी डेड बॉडी को लेकर उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे बताया गया है कि जितेंद्र सिंह शंटी ने अभी तक 70 हजार से ज्यादा शवों को सम्मान के साथ श्मशान घाट पहुंचाकर उनका अंतिम संस्कार कराया है। खासकर कोरोना काल में जब लोग अपने घर के लोगों की भी डेड बॉडी लेने में भी कतराते थे। अपने घर के लोगों की भी डेड बॉडी को भी स्वीकार नहीं करते थे। उनका अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं थे और अस्पताल से डेड बॉडी लेकर नहीं आते थे। लोग अस्पताल वालों को बोलते थे कि आप ही इनका अंतिम संस्कार कर दो। उस वक्त शंटी जी ने डेड बॉडी को लेकर उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। इस वजह से इन्हें खुद भी कोरोना हो गया। उस वक्त जब इनका पूरा परिवार कोरोना से पीड़ित था, तब भी इन्होंने अपने परिवार की चिंता किए बिना अपना काम जारी रखा। इस काम के लिए इन्हें पद्मश्री से नवाजा गया।
हमारी भी फ़िलॉसफ़ी सेवा की है और शंटी जी भी राजनीति में सेवा के लिए आए हैं- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसके अलावा, जितेंद्र सिंह शंटी बीमार लोगों को एंबुलेंस की सेवा प्रदान करते हैं और उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जिंदगियां बचाते हैं। उनका बीमारी में इलाज करवाते हैं। ब्लड डोनेशन का कैंप करते हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एक आदमी के पैदा होने से बुढ़ापे तक सेवा करती है और मृत शरीर की सेवा वो करते हैं। यह एक नेचुरल एलायंस है। मैं आज शंटी जी आम आदमी पार्टी में स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारी भी फ़िलॉसफ़ी सेवा की ही है। हमारे लिए राजनीति, राजनीति नहीं है, सेवा करने का एक मौका है। शंटी जी भी राजनीति में सेवा के लिए आए हैं। वह दो बार काउंसलर रह चुके हैं और एक बार विधायक रहे हैं। शंटी जी भी शहीद ए आजम भगत सिंह के चेले हैं और हम भी। इसलिए आज मुझे बेहद हर्ष है। इनके आने से आम आदमी पार्टी को तो मजबूती मिलेगी। एक तरह से सरकार में आएंगे तो इनकी भी सेवाओं को और दस गुना बल मिलेगा। जब सरकारी रिसोर्सेज भी इनके साथ लगेंगे तो इनकी सेवाओं को भी बल मिलेगा। इनके आने से सरकारी कामकाज में भी बल मिलेगा।
अरविंद केजरीवाल नवजात बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सेवा कर रहे हैं और मैं मृत्यु के बाद शवों को सम्मान जनक अंतिम संस्कार करने का काम कर रहा हूं- जितेंद्र सिंह शंटी
जितेंद्र सिंह शंटी ने कहा कि मैं राजनीति से बहुत दूर जा चुका था। मैं वैसे तीन बार चुना गया, लेकिन जब से सेवा में लगा और कोविड में परमात्मा ने ज्यादा मौका दिया, मान-सम्मान मिला। लेकिन मुझे जब लावारिस लाशों का दाह संस्कार करते वक्त अरविंद केजरीवाल का फोन आया कि मैं भी इस यज्ञ में आहूति देना चाहता हूं। मैंने उनसे सोचने का समय मांगा। लेकिन मेरे दिल, ज़मीर, परिवार और साथियों ने कहा कि मेरे और अरविंद केजरीवाल के काम में समानता है। अरविंद केजरीवाल, पैदा होने से लेकर बुजुर्गों तक, सभी जरूरतमंदों की जरूरत को पूरा कर रहे हैं। खासकर, मैं कहूंगा कि हमारे प्रवासी भाई दिल्ली में आकर योद्धा के रूप में काम करते हैं। लोग उन्हें मजदूर कहते हैं, मैं उन्हें योद्धा कहता हूं। वे अपना घर-बार छोड़कर आते हैं। वो जिस तरह से अपने बच्चों को पालने के लिए मेहनत करते हैं। जब उनकी मृत्यु हो जाती है तो उन्हें लकड़ी भी नसीब नहीं होती है।
जितेंद्र सिंह शंटी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल लोगों को जीवन देने का काम संभाल रहे हैं और मृत्यु का काम मैं संभाल लूंगा। दिल्ली की विधानसभा से जीने से लेकर जाने तक के इंतजाम दिल्ली सरकार कर देगी तो मुझे लगता है कि हमारा मिशन पूरा हो जाएगा। हम दोनों शहीद ए आजम भगत सिंह के फॉलोअर भी हैं। वो हमारे मैंटोर हैं। मुख्य रूप में मैं अरविंद केजरीवाल की सेवाओं को देखते हुए अपनी सेवाओं को इनके साथ जोड़ रहा हूं। क्योंकि मेरे सेवाएं अनक्लेम्ड डेड बॉडीज की हैं। ऐम्बुलेंस हैं, शव वाहन और ब्लड डोनेशन है, जिसका मेरा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम आया है। मैंने भी 106 बार ब्लड डोनेट किया है। ये मिशन हमारे चलते रहेंगे। क्योंकि दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं से और जुड़े हुए हैं। मेरा घर, मेरी कर्मभूमि मेरा श्मशान घाट है। इसलिए मैंने अरविंद केजरीवाल जी से कहा कि मैं फिर से राजनीति में नहीं आना चाहता। लेकिन उन्होंने कि हम जीवित जरूरतमंदों की सेवा करते हैं और मृत जरूरतमंदों की। अगर आप हमारे साथ आएंगे तो एक तरीके से असहाय लोगों का जीवन से लेकर मृत्यु तक का इंश्योरेंस हो जाएगा। यह सच भी है। उन्होंने कहा कि आपका सेवा का क्षेत्र और बढ़ेगा। एक ऐसी सुविधा पर हम सब मिलकर काम करेंगे कि गरीबों को जीते-जी भी सम्मान और जाते-जाते भी सम्मान मिलेगा। मैं बता दूं कि मानवाधिकारों पर सबसे पहली आवाज शहीद ए आजम भगत सिंह ने लाहौर जेल में उठाई थी, जब उन्होंने 123 दिन भूख हड़ताल की थी। और कोविड के बाद मैंने उठाई थी कि लोगों को उनके अपनों की डेड बॉडी मिले। मैं आने वाले समय में इस बात को आगे लेकर चलूंगा।
जितेंद्र सिंह शंटी ने कहा कि मैंने स्वेच्छा से ‘आप’ परिवार के साथ जुड़ने का फैसला किया है। राजनीति मेरे लिए केवल आशीर्वाद कमाने का माध्यम होगी। क्योंकि मृत्यु के बाद केवल ये दुआएं और आशीर्वाद ही साथ जाएगा। इससे ज्यादा कुछ नहीं जाएगा। हमारा यही पैगाम है कि इंसान का इंसान से हो भाईचारा।
जितेंद्र सिंह शंटी को कोरोना काल के दौरान महानायक की उपाधि दी गई थी – दुर्गेश पाठक
आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज बहुत खुशी का दिन है। जितेंद्र सिंह शंटी पूरे देश में ऐम्बुलेंस मैन के नाम से मशहूर हैं और कोरोना काल के दौरान उन्हें महानायक की उपाधि दी गई। पद्मश्री सम्मानित जितेंद्र सिंह शंटी, आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। आज पूरे देश और दुनिया में उनका नाम और काम मशहूर है। शंटी जी हम लोगों के साथ जुड़ रहे हैं। यह आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा गर्व का मौका है कि इतनी बड़ी शख्सियत आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ रही है।
जितेंद्र सिंह शंटी के बारे में
जितेंद्र सिंह शंटी (61 वर्ष) एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और ‘शहीद भगत सिंह सेवा दल’ नामक एनजीओ के संस्थापक हैं। उनका एनजीओ अनाथ और अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार, मुफ्त एंबुलेंस सेवा, रक्तदान और आपदा प्रबंधन जैसी सेवाएं प्रदान करता है। कोविड-19 महामारी के दौरान उनके उत्कृष्ट कार्य को सराहा गया, जिसके लिए उन्हें 2021 में पद्म श्री से नवाजा गया। उनके एनजीओ ने अब तक करीब 70 हजार शवों का अंतिम संस्कार किया है और 30 हजार से अधिक लोगों ने रक्तदान किया है। वह 2013 में शाहदरा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए। वहीं, 2012 में एमसीडी चुनाव में झिलमिल वार्ड 238 से पार्षद भी चुने गए।