The News Air: आम आदमी पार्टी (AAP) मशहूर पर्यावरणविद संत बलबीर सीचेवाल और पंजाबी कल्चर से जुड़े पद्मश्री विक्रमजीत सिंह साहनी को राज्यसभा भेजेगी। संत सीचेवाल ने पर्यावरण के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने अपने दम पर ही 160 किमी काली बेई का प्रदूषण साफ़ कर दिया था। उनका यह सफ़ाई मॉडल पूरी दुनिया में मशहूर हुआ। उन्हें ‘ईको बाबा’ की उपाधि तक मिली।
वहीं विक्रमजीत साहनी ने कोविड के समय पंजाब के गांवों में बड़ी मदद की। वहीं अफ़ग़ानिस्तान से लौटे सिखों के पुनर्वास के लिए भी उन्होंने काफ़ी काम किया। वह पंजाबी कल्चर से भी जुड़े हुए हैं।
पंजाब में 24 से 31 मई तक राज्यसभा की 2 सीटों पर चुनाव के लिए नामांकन होना है। 117 में से 92 विधायक होने की वजह से दोनों सीटें आप के खाते में जानी तय हैं।
संत बलबीर सीचेवाल: 160 किमी नदी अकेले साफ़ करवा दी
संत बलबीर सीचेवाल ने साल 2007 में 160 किमी काली बेई नदी को अकेले साफ़ कर दिया। इस नदी में 40 गांवों के लोग कूड़ा डालते थे। सीचेवाल ने 2 हज़ार कार्यकर्ताओं को लेकर इसे साफ़ किया। उन्हें पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है। उन्हें दुनिया के एन्वायरमेंट हीरो का भी क़िताब मिला। इसके अलावा भी केंद्र से कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
कौन हैं विक्रमजीत साहनी
विक्रमजीत साहनी कारोबारी, शिक्षा शास्त्री और समाजसेवी हैं। जिनकी छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की है। वह पंजाबी कल्चर से जुड़े हुए हैं। कोरोना काल में उन्होंने लोगों को ऑक्सीजन कंसटेटर और सिलेंडर मुहैया करवाए। तालिबान के कब्ज़े के बाद वहाँ से निर्वासित होकर आए 500 से ज़्यादा सिख शरणार्थियों के पुनर्वास में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। सिख युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वह कौशल विकास पाठ्यक्रम और रोज़गार दे रहे हैं। वह वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गेनाइजेशन के इंटरनेशनल प्रेज़िडेंट हैं। मॉरीशस के राष्ट्रपति से इंटरनेशनल पीस अवार्ड मिल चुका है। वह SUN ग्रुप के फाउंडर हैं।
मान ने की जमकर तारीफ़
CM भगवंत मान कल संत अवतार सिंह की बरसी में सीचेवाल पहुंचे थे। यहां उन्होंने संत बलबीर सिंह सीचेवाल की जमकर तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि बाबा जी ने अपने समर्पण और प्रतिबद्धता से पर्यावरण को बचाने के लिए एक नई क्रांति का रास्ता दिखाया। संत सीचेवाल रहते समय तक हमारे लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। इससे अंदाज़ा लगाया जा रहा था कि मान संत सीचेवाल को पंजाब में पर्यावरण से जुड़ी अहम ज़िम्मेदारी सौंप सकते हैं।
पिछली बार हुआ था विवाद, इस बार मान ने चुने कैंडिडेट
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा कैंडिडेट को लेकर पिछली बार विवाद हुआ था। विरोधियों ने राघव चड्ढा, डॉ. संदीप पाठक को पंजाब से राज्यसभा भेजने पर सवाल खड़े किए। इन दोनों के अलावा पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, लुधियाना के बिजनेसमैन संजीव अरोड़ा और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) के अशोक मित्तल को राज्यसभा भेजा गया। इसलिए इस बार इन दो पंजाबी चेहरों को राज्यसभा भेजा जा रहा है। इससे आम आदमी पार्टी संगरूर उपचुनाव से पहले स्थिति को संभालेगी। दोनों कैंडिडेट्स का चयन सीएम भगवंत मान ने ही किया है।