नई दिल्ली (The News Air). जहां एक तरफ सिंगापुर की फैशन टेक्नोलॉजी कंपनी जिलिंगो (Zilingo) की सह-संस्थापक और इसकी पूर्व सीईओ अंकिती बोस (Ankiti Bose) ने जाने-माने एंजल इन्वेस्टर और सीडफंड कंपनी के सह-संस्थापक महेश मूर्ति (Mahesh Murthy) के खिलाफ एक मानहानि का मुकदमा दर्ज किया है। वहीं मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंकिती बोस ने महेश मूर्ति के खिलाफ 100 मिलियन डॉलर (820 करोड़ रुपये से ज्यादा) का मानहानि का मुकदमा बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर किया है।
इधर मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों का कहना है कि महेश मूर्ति का एक लेख आउटलुक बिजनेस पत्रिका में 1 मार्च के अंक में छपा था, जो विवाद का कारण बना और जिसकी वजह से उनके खिलाफ मानहानि का केस किया गया है। अपने लेख में मूर्ति ने परोक्ष रूप से अंकिती बोस पर एक स्टार्टअप से अवैध रूप से पैसा लेने का संगीन आरोप लगाया था।
क्या है एंजल इन्वेस्टर
जानकारी दें कि एंजल इन्वेस्टर ऐसे लोगों को कहा जाता है जो किसी छोटे स्टार्टअप या एंटरप्रेन्योर के लिए उस प्रोजेक्ट में अपना निवेश कर उसे वित्तीय मदद उपलब्घ कराते हैं।
क्या है माजरा
दरअसल मूर्ति ने आरोप लगाया था कि अंकिती ने अपनी फर्म से अपने वकील को फीस के रूप में 70 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा था और इस में अफवाह है कि कटौती के रूप में उस राशि का एक बड़ा हिस्सा महिला को सीधे वापस मिल गया।गौरतलब है कि फिलहाल अंकिती बोस कथित तौर पर बीते अप्रैल 2022 से जिलिंगो से निलंबित चल रही हैं।
सूत्रों के अनुसार मानहानि के मुकदमे की खबर सामने आने के बाद डिजिटल सोशल प्लेटफॉर्म पर कुछ संदेश प्रसारित हो रहे हैं। हालांकि अब तक सुश्री बोस और श्री मूर्ति ने किसी भी नवीनतम विकास पर टिप्पणी नहीं की है। ऐसे में अब यह देखा जाना है कि, इस झगड़े का असर अब देश के स्टार्टअप कि गलियारों पर कैसा पड़ेगा, जो कि फिलहाल फंडिंग की तंगहाली से गुजर रहा है।