Bihar Election 2025 CM Candidate को लेकर भारतीय राजनीति में एक बार फिर सस्पेंस का माहौल बन गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि चुनाव तो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह समय बताएगा। उनके इस बयान से बिहार की राजनीति में गर्मी आ गई है और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के भीतर हलचल तेज हो गई है।
शाह ने यह टिप्पणी इकोनॉमिक टाइम्स को दिए गए एक इंटरव्यू में की, जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Vidhan Sabha Election 2025) में विकास चुनावी मुद्दा होगा या जाति। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि चुनावी मुद्दे जनता तय करती है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अनुसार विकास ही बिहार के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है।
जब गृह मंत्री से बिहार में मुख्यमंत्री पद के चेहरे (CM Face) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह तो समय बताएगा। लेकिन हम चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ने जा रहे हैं।” अमित शाह के इस बयान से साफ है कि चुनाव से पहले बीजेपी नीतीश को सामने रख कर मैदान में उतरेगी, लेकिन चुनाव के बाद किसी और नाम पर विचार संभव है।
यह पहली बार नहीं है जब अमित शाह ने नीतीश कुमार को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा की हो। इससे पहले दिसंबर 2024 में भी उन्होंने इसी तरह का जवाब दिया था, जब उनसे पूछा गया था कि क्या नीतीश कुमार ही एनडीए (NDA) के सीएम फेस होंगे। तब भी उन्होंने पार्टी लाइन का हवाला देते हुए कहा था कि ऐसे निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड में लिए जाते हैं, न कि सार्वजनिक मंचों पर।
इन बयानों के बाद यह अनुमान तेज हो गया कि क्या बीजेपी बिहार में भी महाराष्ट्र मॉडल लागू कर सकती है, जैसा कि उसने 2022 में किया था। तब चुनाव बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी शिवसेना के बजाय बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को मिली थी।
हालांकि, इन अटकलों के बीच बीजेपी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल (Dilip Jaiswal) ने फरवरी 2025 में साफ कहा था कि “2025 फिर से नीतीश”। लेकिन दिलचस्प बात यह रही कि उन्होंने अमित शाह की लाइन दोहराते हुए भी कहा था कि अंतिम फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड ही करेगा। जेडीयू के दबाव के बाद उन्होंने सफाई दी थी कि नीतीश ही अगले सीएम होंगे।
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू “25 से 30, फिर से नीतीश” का नारा दे रही है, वहीं बीजेपी अंदरखाने संभावनाएं खुली रखे हुए दिख रही है। अमित शाह के नवीनतम बयान से यह संकेत जरूर मिलते हैं कि नीतीश की अगुवाई में चुनाव लड़ना तय है, लेकिन चुनाव परिणाम के बाद अंतिम फैसला बदला भी जा सकता है।