Punjab Government School JEE Advanced Result ने शिक्षा व्यवस्था में एक नई क्रांति का संकेत दिया है। पंजाब (Punjab) के 32 सरकारी स्कूलों (Government Schools) के विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस (JEE Advanced) जैसी कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया है कि अब सपने सिर्फ अमीरों की जागीर नहीं रहे। इन छात्रों में से कई आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं। किसी की मां सफाई कर्मचारी (Sanitation Worker) है तो किसी के पिता सात हजार रुपये महीने में मजदूरी करते हैं। अब यही बच्चे IIT (Indian Institutes of Technology) में पढ़ाई करेंगे।
Historic moment for Punjab!
32 students from Govt Schools — most from families earning less than ₹1 lakh/year — have cracked the toughest exam in India: JEE Advanced.They are the pride of Punjab, and the future of India.
Under the visionary leadership of Shri @ArvindKejriwal… pic.twitter.com/lyG50FcK8z
— Harjot Singh Bains (@harjotbains) June 3, 2025
इस सफलता की जानकारी दिल्ली के पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने अपने सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने बताया कि कल तक जिन स्कूलों की दीवारें तक नहीं थीं, आज वही स्कूल IIT के सपने पूरे कर रहे हैं। सिसोदिया की पोस्ट में अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) और जसप्रीत सिंह (Jaspreet Singh) जैसे छात्रों का जिक्र है, जो कठिन हालात के बावजूद आगे बढ़े हैं।
हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains), पंजाब के शिक्षा मंत्री ने भी इस उपलब्धि पर वीडियो साझा कर जानकारी दी और इसे अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) व भगवंत मान (Bhagwant Mann) सरकार के शिक्षा मॉडल (Education Model) की जीत बताया। बैंस ने कहा कि यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि एक सामाजिक क्रांति है, जिसमें जात-पात, धर्म, वर्ग और गरीबी से परे सभी को समान अवसर (Equal Opportunity) मिल रहा है।
इस वर्ष, 260 छात्र पंजाब के सरकारी स्कूलों से जेईई मेंस (JEE Mains) में भी पास हुए थे। सरकार ने इन छात्रों को स्कूल में ही बेहतरीन कोचिंग (Coaching Facilities) उपलब्ध करवाई, जिससे उन्हें किसी बाहरी संसाधन की जरूरत न पड़े। अप्रैल में आए एनडीए (NDA) के परिणाम में भी महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस (Maharaja Ranjit Singh Armed Forces) के 26 छात्रों ने परीक्षा पास की थी, जो बताता है कि पंजाब के शिक्षा तंत्र में सुधार जमीन पर नजर आ रहा है।
लखविंदर (Lakhwinder) जैसे छात्र, जो दलित समुदाय (Dalit Community) से आते हैं, आज पूरे समाज के लिए प्रेरणा बन गए हैं। इन छात्रों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि यदि शिक्षा का मौका और सही मार्गदर्शन मिले, तो कोई भी बच्चा आईआईटी (IIT) जैसी संस्थानों तक पहुंच सकता है।
पंजाब (Punjab) अब शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। अब गरीब, किसान, मजदूर और पिछड़े वर्गों के बच्चे भी कह सकते हैं – मेरा सपना IIT है, और मैं उसे हासिल करके रहूंगा।






