नई दिल्ली, 15 सितंबर,(The News Air): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी सरकार में कोई पद लेने से साफ इन्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी मैं उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। हालांकि अब देश की शीर्ष अदालत तक ने कह दिया है कि जाओ अपना काम करो, लेकिन मैं कुर्सी के लालच में राजनीति में नहीं आया हूं। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया, लेकिन मुझ पर टुच्ची राजनीति के तहत झूठे आरोप लगाकर मुझे बेईमान सिद्ध करने की कोशिश की गई और 17 महीने झूठे आरोप में जेल में रखा गया। इसलिए मैंने फैसला किया है कि अरविंद केजरीवाल के साथ मैं भी जनता की अदालत में जाऊंगा और पूछूंगा कि वह मुझे ईमानदार मानती है या नहीं। अगले तीन-चार महीने में दिल्ली में चुनाव होना है। अगर दिल्ली की जनता मेरी ईमानदारी पर मोहर लगाएगी, तभी मैं उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा और शिक्षा के लिए काम करूंगा।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं ईमानदारी से शिक्षा का काम करने के लिए राजनीति में आया था। पिछले 10 साल से दिल्ली के शिक्षामंत्री के रूप में दिल लगाकर बड़ी ईमानदारी से काम किया। नए-नए स्कूल और यूनिवर्सिटीज़ बनवाईं। दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में इस मंत्र के साथ काम किया कि सरकारी स्कूलों में बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध कराए बिना भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता। दस साल की मेहनत का असर दिख रहा है कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भी बच्चे शानदार पढ़ाई करके आईआईटी, जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं में टॉप कर रहे हैं।
लोगों को उम्मीद है कि केजरीवाल ने जैसे अपनी पार्टी को एकजुट रखा, वैसे ही वो देश को भी एकजुट रख सकते हैं- मनीष सिसोदिया
इससे पहले, लुटियंस जोन में पंडित रवि शंकर शुक्ला लेन मार्ग स्थित आम आदमी पार्टी के नए मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करते मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम सभी इस बात को लेकर बहुत खुश और उत्साहित हैं क्योंकि अरविंद केजरीवाल सिर्फ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ही नहीं, बल्कि पूरे देश की उम्मीद हैं। केजरीवाल हर उस व्यक्ति की उम्मीद हैं, जिसे लगता है कि उसके घर के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल जाए, बीमार होने पर ऐसा इलाज मिल जाए जिसके लिए उसे घर-बार न बेचना पड़े। अरविंद केजरीवाल उस आदमी की उम्मीद हैं, जो नौकरी करता है और चाहता है कि वह ईमानदारी से अपनी नौकरी या व्यापार करता रहे, उसे किसी सरकारी काम में रिश्वत न देनी पड़े, और कोई राजनीति उसे महंगाई से छुटकारा दिला सके। आज हर वह आदमी खुश है जो अपने परिवार और बच्चों को अच्छे से पालना चाहता है, ईमानदार देश में रहना चाहता है और जिसका सपना है कि भारत ऐसे ईमानदार राजनीतिज्ञों का देश हो, जो देश को लेकर एक मजबूत विजन रखते हों और देश को एक मुट्ठी की तरह बांधकर रखते हों। इतने बड़े संकट में अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी को एकजुट रखा, इसलिए आज लोग यह उम्मीद रखते हैं कि केवल केजरीवाल ही वह व्यक्ति हैं जो पूरे देश को एकजुट करके रख सकते हैं।
अब दिल्ली की जनता भी कह रही कि इन लोगों ने सारी हदे पार कर दी थीं- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं पूरी दिल्ली में घूम रहा हूं। लोगों के बीच अलग-अलग विधानसभाओं में जाता हूं। लोग गले मिलते हैं और कहते हैं कि अच्छा हुआ आप बाहर आ गए। ये लोग आपके साथ गलत कर रहे थे। इन्होंने सारी हदें पार कर दी थीं। हर मां, बहन और बच्चा मुझसे गले मिलते थे तो यही कहते थे कि आप आ गए अब आप केजरीवाल को भी जल्दी से ले आओ। हर गली-मोहल्ले में लोग बस यही कहते थे कि आप आ गए, अब आप केजरीवाल को भी ले आइए। उन्होंने कहा कि मैं जेल में था तो भगवान का शुक्रगुजार था कि उसने हमें राजनीति में लाकर एक ऐसे नेता के सुपुर्द किया, जिसका विजन, ईमानदारी और नेतृत्व हम सभी को आगे बढ़ा रहे हैं। केजरीवाल के नेतृत्व में देश का एक-एक नागरिक और हमारा एक-एक कार्यकर्ता व नेता आगे बढ़ रहे हैं। मुझे शिक्षा मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला, दिल्ली के वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला। इसके लिए भगवान का शुक्रिया, लेकिन उससे भी ज्यादा भगवान का शुक्रिया इसलिए क्योंकि उन्होंने मुझे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में काम करने का मौका दिया। यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है।
हमने टैक्स चोरी रोककर दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ से बढ़ाकर 75 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचाया- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं जेल में था तो बहुत सोचता था कि हमने स्कूल, अस्पताल बनवाए, ईमानदारी से काम किया। दिल्ली का बजट जो पहले सालाना 30 हजार करोड़ रुपए होता था, उसमें टैक्स की चोरी होती थी, बड़े-बड़े लोग टैक्स की चोरी करते थे। हमने वह चोरी रुकवाई और दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 60 से 75 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया। ऐसे में हम पर बेईमानी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। मैं हंसता था और सोचता था कि अगर हमें भ्रष्टाचार करना होता, तो जो बजट 30 से बढ़कर 60 हजार करोड़ रुपए हुआ, उसमें से अगर एक या 0.1 फीसद भ्रष्टाचार भी करते, तो पार्टी कई पीढ़ियों तक चुनाव लड़ती रहती। लगा कुछ किए बिना ही जबरदस्ती जेल में क्यों डाल दिया गया? फिर लगा कि शायद भगवान ने सोचा होगा कि तुम्हारी पार्टी के कुछ नेताओं को जेल भेजूंगा ताकि आम आदमी पार्टी की एकजुटता, उसके धैर्य और विजन की परीक्षा हो सके। आज अरविंद केजरीवाल हमारे बीच हैं तो मैं हमारे सांसदों, विधायकों, पार्षदों और कार्यकर्ताओं की तरफ से कहता हूं कि हम सब इस अग्नि परीक्षा में पास हुए हैं।
आम आदमी पार्टी इसलिए एकजुट रही, क्योंकि हमने कुछ गलत नहीं किया था- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह हमारी अग्नि परीक्षा थी कि तुम्हारे नेता को जेल भेजेंगे। बड़ी-बड़ी पार्टियां जब किसी नेता को जेल भेज देती हैं, तो सरकारें गिर जाती हैं, पार्टियां टूट जाती हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी एकजुट रही, क्योंकि हमारे नेता और हमने कुछ गलत नहीं किया था। आम आदमी पार्टी के नेता क्या, पूरी दिल्ली में आम आदमी पार्टी का एक कार्यकर्ता भी किसी से घूस नहीं ले सकता है। नेता तो बहुत दूर की बात है, भाजपा वालों को हमारा ऐसा कोई कार्यकर्ता भी नहीं मिलेगा जिसने 10 साल के शासन में किसी व्यापारी या व्यक्ति से उसका काम कराने के लिए एक कप चाय भी मांगी हो। यही आम आदमी पार्टी की ताकत है।
भाजपा ने एक चुने हुए मुख्यमंत्री और उनकी टीम को जेल में डालकर ‘‘आप’’ को खत्म करने का षड़यंत्र रचा था- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन्होंने हम पर झूठे आरोप लगाए। आबकारी विभाग से दिल्ली सरकार को 6 हजार करोड़ रुपए मिलते थे, लेकिन नई नीति के तहत कम से कम 9 हजार करोड़ मिलने की गारंटी हो गई थी। और ये कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने भ्रष्टाचार कर दिया। भाजपा देश का सबसे बड़ा राजनैतिक कुचक्र रच रही थी कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री और उनकी टीम को जेल में डालो और पार्टी को खत्म कर दो। लेकिन जैसे कहावत है कि सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही शक्ति है। अगर आप सच्चे हो और सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हो, तो आप ईश्वर के रास्ते पर चल रहे हो। और जब आप ईश्वर के रास्ते पर चल रहे हो, तो ईश्वर की ताकत आपके साथ होती है। आज ईश्वर की ताकत अरविंद केजरीवाल और हम सबके साथ है।
सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देकर भाजपा की मनोहर कहानी पर पूर्ण विराम लगा दिया- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा वालों ने शराब घोटाला नाम की एक मनोहर कहानी लिखी थी। उस मनोहर कहानी पर पूर्ण विराम सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत देते हुए लगा दिया। वह कहानी अब खत्म हो गई। हमारे लिए यह हैप्पी एंडिंग है और भाजपा के लिए सैड एंडिंग है। क्योंकि उनको लग रहा था कि दिल्ली के चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को बाहर नहीं आने देंगे। लेकिन भगवान है, और उनकी झूठी मनोहर कहानियां कोर्ट में झूठी साबित हो गईं। आज अरविंद केजरीवाल भी बाहर हैं और मैं भी बाहर हूं। संजय सिंह भी बाहर हैं और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश है। उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए बहुत सुखद मौका है कि आज हम सब अपने नए पार्टी कार्यालय में एक बार फिर साथ बैठे हैं। आम आदमी पार्टी आज से एक नई यात्रा शुरू करेगी। उसी ईमानदारी, देशभक्ति और उसी ईमानदारी वाली सरकार के लिए, जिसके लिए हम लड़ने आए थे, हम यहां से एक नया सफर शुरू करेंगे। मैं उम्मीद करता हूं कि इसमें आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता और एक-एक साथी कदम से कदम मिलाते हुए अरविंद केजरीवाल और हम सबके साथ चलेगा।
जनता के प्यार-आशीर्वाद की बदौलत मेरे जैसे एक आम आदमी को दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं एक छोटा सा आदमी हूं। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मेरा एक छोटा सा गांव है। मेरे पिताजी टीचर थे। मैंने गांव से ही पढ़ाई की है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं राजनीति में जाऊंगा। जब गांव में कोई नेता आता था तो लगता था कि कितना बड़ा आदमी आ गया। हम आम सी जिंदगी जी रहे थे। वहां से स्कूल की पढ़ाई करने के बाद दिल्ली आकर पत्रकारिता की पढ़ाई की। रेडियो और टीवी में काम किया। तब भी मैंने नहीं सोचा था कि कभी राजनीति या सरकार में आएंगे। लेकिन जनता प्यार और कार्यकर्ताओं की मेहनत व अरविंद केजरीवाल के प्रति भरोसे की बदौलत मुझ जैसा एक आदमी को दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला। जिसमें अरविंद केजरीवाल से विजन, मार्गदर्शन, आजादी और अधिकार मिलता था, जिसकी वजह से ऐसा काम करने का मौका मिला कि आज अगर कोई कश्मीर से कन्याकुमारी तक भी किसी ढाबे पर बैठकर बात करे और बताए कि मैं दिल्ली से हूं, तो लोग तारीफ करते हैं कि वहां शिक्षा में बहुत अच्छा काम हो रहा है। केजरीवाल बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
जेल में रहने के दौरान भी मैंने मौके को अवसर की तरह इस्तेमाल किया- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि उत्तराखंड, कश्मीर, कन्याकुमारी और नागालैंड में कहीं ढाबे पर बात करोगे तो वो कहेगा कि मैंने सुना है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली में अच्छा काम कर रहे हैं। हमें उस टीम और बदलाव का हिस्सा होने का मौका मिला, राजनीति में आने के बाद इससे बड़ा सौभाग्य कुछ और नहीं हो सकता। मैं भगवान का बहुत शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे ये मौका दिया। जेल में रहने के दौरान भी मैंने मौके को अवसर की तरह इस्तेमाल किया। मैं न दुखी हुआ और न ही कोई कष्ट समझा। मैंने इसे भगवान का दिया हुआ एक अवसर समझा जिसमें मैं कुछ पढ़ लूं, कुछ ध्यान कर लूं और आगे की लड़ाई के लिए तैयार हो जाऊं। सड़कों पर चप्पल घिसकर जो काम हम करते रहे हैं उसकी आगे की लड़ाई के लिए तैयार हो जाऊं।
देश के तानाशाह प्रधानमंत्री ने ‘‘आप’’ को तोड़ने और केजरीवाल को खत्म करने के लिए यह कुचक्र रचा था- संजय सिंह
इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी को बदनाम करने, झुकाने और तोड़ने और हमारे नेता खत्म करने के लिए देश का तानाशाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ने हजार कुचक्र रचे, लेकिन उस कुचक्र को तोड़ने का काम केजरीवाल की अगुआई में हमारे कार्यकर्ताओं ने किया। पूरे देश में विधायकों की खरीद-फरोख्त हुई, बड़ी-बड़ी पार्टियां टूट गईं, सरकारों को गिराया गया। ईडी- सीबीआई का डर दिखाया गया। अब तो देश की सर्वोच्च अदालत ने कह दिया कि सीबीआई-ईडी मोदी जी और अमित शाह का तोता है। मोदी जी और अमित शाह के कहने पर अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया और मुझे छह महीने जेल में रखा गया। लेकिन आम आदमी पार्टी आंदोलन के कोख से निकली हुई पार्टी है। भाजपा, प्रधानमंत्री और अमित शाह चाहे जितनी कोशिश कर लें, आम आदमी पार्टी टूटने, रूकने और झुकने वाली नहीं है। बल्कि और मजबूती से आगे बढ़ेगी। संजय सिंह ने कहा कि भाजपाइयों की मानसिकता और बुद्धि पर आज हमें दया और तरस भी आती है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपाइयों में जरा सी शर्म है तो अपने चेहरे पर कालिख लगाकर अमित शाह का इस्तीफा मांगे, जिनके कहने पर केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया।