Keshav Prasad Maurya Reply to Akhilesh Yadav – उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में संपन्न हुए महाकुंभ (Mahakumbh 2025) की कमाई को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ से हुई लाखों करोड़ की आय का उपयोग सरकार को कल्याणकारी कार्यों में करना चाहिए। इस पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने पलटवार करते हुए कहा, “अखिलेश यादव हमारे सलाहकार नहीं हैं, सरकार को क्या करना है, ये हमें अच्छे से पता है।”
क्या कहा अखिलेश यादव ने?
महाकुंभ के समापन के बाद अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, “अगर सरकार का दावा सही है कि महाकुंभ से लाखों करोड़ की इनकम हुई है, तो इसे गरीबों और जरूरतमंदों की भलाई के लिए दान कर देना चाहिए।” उन्होंने योगी सरकार को पुरानी परंपराओं का पालन करने की सलाह देते हुए कहा कि सनातन परंपरा कुंभ से धन कमाने की नहीं, बल्कि उसे दान करने की रही है।
केशव प्रसाद मौर्य का जवाब – “सरकार को किसी की सलाह की जरूरत नहीं”
अखिलेश यादव की इस टिप्पणी पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव को सरकार पर सवाल उठाने की बजाय अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि,
✅ “महाकुंभ में श्रद्धालुओं, संतों और जनता की सेवा के लिए सरकार ने बड़े स्तर पर व्यवस्थाएं कीं।”
✅ “जो भी पैसा आया है, वह प्रदेश के विकास और धर्मस्थलों की बेहतरी में लगाया जाएगा।”
✅ “कुंभ से प्राप्त राजस्व से घाटों और सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।”
अखिलेश यादव ने दी ये 5 सुझाव
अखिलेश यादव ने महाकुंभ से हुई कमाई के सही उपयोग को लेकर सरकार को 5 सुझाव दिए –
1️⃣ मृतकों के परिजनों को मुआवजा और घायलों के इलाज के लिए सहायता।
2️⃣ मेले में बदइंतजामी से नुकसान झेलने वाले दुकानदारों के घाटे की भरपाई।
3️⃣ मेले में काम करने वाले कर्मियों को होली बोनस देने की योजना।
4️⃣ भगदड़ में लापता हुए लोगों को खोजने और उन्हें उनके घर पहुंचाने में सहायता।
5️⃣ सम्राट हर्षवर्धन की तरह प्रयागराज में सड़क, पुल और फ्लाईओवर बनाने में इन पैसों का उपयोग।
BJP का तंज – “अखिलेश सिर्फ राजनीति कर रहे हैं”
बीजेपी नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि “महाकुंभ से होने वाली आय को लेकर अखिलेश यादव गलत बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि सच यह है कि सरकार इसे राज्य के विकास में लगाएगी।”
क्या 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ेगा सियासी घमासान?
अखिलेश यादव और बीजेपी के बीच यह बयानबाजी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले यूपी की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन सकती है। समाजवादी पार्टी इसे सरकार की असफलता के रूप में प्रचारित करने की कोशिश कर रही है, जबकि बीजेपी इसे धार्मिक आयोजनों और जनता के हितों से जोड़ रही है।
क्या महाकुंभ की कमाई का मुद्दा सियासी रंग लेगा?
महाकुंभ की कमाई को लेकर अखिलेश यादव और बीजेपी के बीच छिड़ी बहस से यह साफ है कि यह मुद्दा जल्द ठंडा नहीं पड़ेगा। यूपी में आने वाले चुनावों में यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है, जहां समाजवादी पार्टी इसे सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने के लिए इस्तेमाल करेगी, वहीं बीजेपी इसे धार्मिक आयोजन और विकास से जोड़कर जनता के सामने रखेगी।