ChatGPT Users in India: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence – AI) टूल्स की लोकप्रियता भारत (India) में तेजी से बढ़ रही है। OpenAI द्वारा विकसित चैटबॉट ChatGPT के लिए भारत अब अमेरिका (USA) के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है। OpenAI के अनुसार, पिछले वर्ष भारत में ChatGPT यूजर्स की संख्या लगभग तिगुनी हो गई है।
Sam Altman ने भारत की AI क्षमता को सराहा
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन (Sam Altman) ने भारत को AI क्रांति में अग्रणी देशों में शामिल करने की बात कही है। उन्होंने केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) से मुलाकात के दौरान भारत में AI की तेजी से बढ़ती पहुंच की सराहना की।
Ashwini Vaishnaw ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर पोस्ट करते हुए बताया कि उनकी Sam Altman के साथ भारत के AI स्टैक – GPUs, मॉडल और ऐप्स डेवलपमेंट पर विस्तृत चर्चा हुई है। OpenAI इन तीनों क्षेत्रों में भारत की सहायता करने के लिए तैयार है।
जापान और दक्षिण कोरिया में OpenAI की नई डील
Sam Altman, भारत दौरे से पहले जापान (Japan) और दक्षिण कोरिया (South Korea) का दौरा कर चुके हैं। जापान में उनकी कंपनी OpenAI ने SoftBank Group के साथ एक बड़ी डील भी साइन की है, जिससे AI इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा।
Vaishnaw ने Altman को भारत की तकनीकी क्षमता का उदाहरण देते हुए बताया कि भारत ने अन्य देशों की तुलना में बेहद कम लागत में चंद्रयान मिशन (Chandrayaan Mission) सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। उन्होंने कहा, “अगर हम अंतरिक्ष मिशन कम लागत में कर सकते हैं, तो हम AI मॉडल्स भी कम लागत में विकसित कर सकते हैं।”
भारत में OpenAI को कानूनी चुनौतियों का सामना
हालांकि, भारत में AI टूल्स को लेकर सरकार सतर्क है। वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने सरकारी दस्तावेजों और डेटा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने कर्मचारियों को AI टूल्स के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी है।
Reuters की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्रालय की ओर से जारी इंटरनल एडवाइजरी में कहा गया है कि सरकारी कंप्यूटर और डिवाइसेज में ChatGPT और DeepSeek जैसे AI टूल्स का उपयोग डेटा सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
अन्य देशों में भी AI टूल्स पर प्रतिबंध
भारत के अलावा, ऑस्ट्रेलिया (Australia) और इटली (Italy) जैसे देशों ने भी AI टूल्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए DeepSeek के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। सरकारें इस बात को लेकर चिंतित हैं कि AI आधारित एप्लिकेशन संवेदनशील डेटा को लीक कर सकते हैं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
भारत में AI टूल्स का भविष्य क्या होगा?
OpenAI और भारत सरकार के बीच हुई हालिया चर्चाओं से यह संकेत मिलता है कि भारत में AI टूल्स का विस्तार तेजी से होगा। हालांकि, सरकार AI से जुड़े डेटा सिक्योरिटी और कानूनी ढांचे को मजबूत करने पर काम कर रही है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत AI क्रांति में किस तरह अपनी भूमिका निभाता है।