The News Air- पटियाला में मुख्यमंत्री पद चले जाने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को बड़ा झटका लगा है। उनके बेहद नज़दीकी और उनके विधानसभा क्षेत्र पटियाला से मेयर संजीव शर्मा बिट्टू मेयर पद से सस्पेंड हो गए हैं। उनके ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया लेकिन वह भरोसे की वोट हासिल नहीं कर सके। उनके पक्ष में 25 वोट ओर विरोध में 36 वोट पड़े और इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। इसका एलान लोकल बॉडी मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने किया है। अगला मेयर चुनने के लिए बैठक का आयोजन किया जाएगा।
पटियाला मेयर पद को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह और ब्रह्म महिंद्रा गुट में जमकर घमासान चला है। इसे लेकर पूर्व CM अमरिंदर सिंह के सामने ही उनके पार्षदों को उठाने की कोशिश की गई और एक दूसरे के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी हुई। नगर निगम हाउस के बाहर कैप्टन अमरिंदर समर्थकों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान समर्थकों की तरफ़ से पंजाब लोक कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने साथ बस में ही 22 पार्षदों को लेकर आए थे, पहले तो उन्हें बाहर ही रोक लिया गया। जब पार्षद नगर निगम में पहुंचे तो कैप्टन के संजीव शर्मा बिट्टू गुट के दो पार्षदों को उठाने का प्रयास हुआ। उन्हें दूसरे कमरे में लगे गए। इस दौरान मेयर संजीव शर्मा बिट्टू सोशल मीडिया पर लाइव हो गए और आरोप लगाए किए उनके पार्षदों को उनसे अलग किया जा रहा है। नगर निगम बैठक शुरू हो गई है मगर दोनों गुट एक दूसरे के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी जारी है।
पटियाला की सियासत में कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिंद्रा की साख दांव पर लगी हुई है। नगर निगम के मेयर के ज़रिए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन और ब्रमहिंदरा का शक्ति परीक्षण है। मेयर संजीव शर्मा बिट्टू के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, जिसे लेकर हाउस की बैठक बुलाई गई है। अब संजीव शर्मा बिट्टू को हाउस में बहुमत साबित करना है। इसके लिए कैबिनेट मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री का पूरा ज़ोर लगा हुआ है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला से ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में अगर मेयर बदले जाते हैं तो यह चुनाव से पहले उनको पहला बड़ा झटका रहेगा। इस झटके से बचने के लिए शाही परिवार पूरे ज़ोर शोर से लगा हुआ है। परनीत कौर इसके लिए पूरी तरह से ज़ोर लगाए गए हुए हैं और उनकी तरफ़ से पार्षदों के साथ ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर किया गया है।
साथ-साथ थे महिंद्रा और कैप्टन, अब रास्ते अलग
कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिंद्रा कभी साथ-साथ थे। ब्रह्म महिंद्रा के पास कैप्टन की सरकार में अहम मंत्रालय रहे हैं और वह एक दूसरे का हमेशा साथ देते नज़र आए हैं। जब नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया तो ब्रह्म महिंद्रा ने उनसे मिलने से साफ़ मना कर दिया था और कहा था कि पहले सिद्धू को कैप्टन से माफ़ी मांगनी होगी तभी वह उनसे मिल सकते हैं। इसके बाद जैसे ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के हाथ से मुख्यमंत्री पद गया तो वह भी पलटी मार गए और चरणजीत सिंह चन्नी खेमे में चले गए। इसलिए अब उनकी और सरकार की साख भी दांव पर लगी हुई है।
60 पार्षदों वाले हाउस में मेयर को चाहिए 31 पार्षद
पटियाला नगर निगम हाउस में कुल 60 पार्षद हैं। मेयर बनने के लिए 31 पार्षदों की ज़रूरत रहेगी। इस समय मेयर संजीव शर्मा बिट्टू को अपना पद बचाने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगाना पड़ रहा है। क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास कुर्सी नहीं है, मगर शाही परिवार के सियासी दबदबे के कारण हो सकता है कि पार्षद उनके पक्ष में वोट कर दें। इस के लिए कैप्टन की पत्नी सांसद परनीत कौर और उनकी बेटी जयइंद्र कौर प्रयास करती रही हैं। अगर ज़रूरत पड़ी तो कैप्टन अमरिंदर सिंह भी वोट कर सकेंगे और यह निर्णायक भी हो सकता है।