Mumbai Terror Attack Dubai Link की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। 2008 के मुंबई (Mumbai) आतंकी हमले के 17 साल बाद मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) को अमेरिका (USA) से भारत लाया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency – NIA) ने उसे 18 दिन की हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इसी पूछताछ में दुबई (Dubai) से जुड़े एक नए पहलू ने जांच को नई दिशा दे दी है।
दुबई में राणा ने दी थी आतंकी हमले की जानकारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक तहव्वुर राणा ने हमले से पहले दुबई में एक शख्स से मुलाकात की थी और उसे हमले की पूरी जानकारी दी थी। एनआईए का मानना है कि इसी दुबई लिंक (Dubai Link) से आतंकियों की नेटवर्किंग का खुलासा हो सकता है। अमेरिकी एजेंसियों (US Agencies) द्वारा भारत को सौंपे गए दस्तावेजों के अनुसार, दुबई के उस शख्स को न केवल हमले की योजना का पूरा ज्ञान था, बल्कि उसे यह भी पता था कि कौन किस भूमिका में शामिल था।
डेविड हेडली को दी थी चेतावनी
एनआईए सूत्रों के अनुसार, डेविड कोलमैन हेडली (David Coleman Headley) उर्फ दाऊद गिलानी ने 2008 में तहव्वुर राणा को भारत की यात्रा न करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद राणा ने दुबई में एक शख्स से मुलाकात की, जिसकी पहचान अभी गोपनीय रखी गई है। जांच एजेंसी को शक है कि यह व्यक्ति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) से जुड़ा हो सकता है।
मुंबई में राणा के नाम पर था ऑफिस
तहव्वुर राणा ने मुंबई में एक ऑफिस भी खोला था, जिसे 2008 के बाद रिन्यू नहीं कराया गया। माना जा रहा है कि हेडली ने इसी ऑफिस का इस्तेमाल मुंबई में रेकी (Recce) के लिए किया था। 2005 में ही लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) ने हेडली को भारत भेजने का प्लान तैयार कर लिया था और उसकी जानकारी तहव्वुर राणा को दी गई थी। साजिश को अंजाम देने के लिए हेडली ने राणा के बिजनेस की आड़ ली।
राणा की भारत यात्रा और संदेहास्पद गतिविधियां
हेडली अमेरिकी पासपोर्ट से भारत आया और खुद को एलीट क्लास का व्यक्ति बताकर संवेदनशील इलाकों की वीडियो बनाकर पाकिस्तान भेजता था। 13 से 21 नवंबर के बीच तहव्वुर राणा अपनी पत्नी मरराज राणा अख्तर (Marrar Rana Akhtar) के साथ भारत के कई शहरों – हापुड़ (Hapur), आगरा (Agra), दिल्ली (Delhi), कोच्चि (Kochi), अहमदाबाद (Ahmedabad), और मुंबई (Mumbai) – की यात्रा पर था। एनआईए अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इन शहरों को भी आतंकियों के निशाने पर रखा गया था।
जांच का फोकस अब दुबई कनेक्शन पर
एनआईए की जांच अब दुबई में मिले उस शख्स की पहचान और उसकी भूमिका पर केंद्रित है। अमेरिका में हुई पूछताछ के दौरान राणा ने उस शख्स का जिक्र किया था, और अब वह सारी जानकारी भारत को मिल चुकी है। इस पूरी साजिश में दुबई का यह लिंक कितना अहम है, इसका खुलासा आने वाले दिनों में हो सकता है।