The News Air: पंजाब में मान सरकार की आज कैबिनेट मीटिंग होगी। इस बार सरकार वित्तीय हालात को देखते हुए बड़े फ़ैसले लेने की तैयारी में है। जिसमें पहला फ़ैसला वन MLA, वन पेंशन का होगा। वहीं आगे से विधायक ख़ुद अपना इनकम टैक्स भरें, इस पर भी सरकार मुहर लगाएगी। यह मीटिंग सुबह के समय सिविल सेक्रेट्रिएट में होगी।
घोषणा हुई लेकिन लागू नहीं
CM भगवंत मान ने सरकार बनने के बाद कहा था कि पंजाब में अब एक विधायक को एक ही पेंशन मिलेगी। अभी तक विधायक बनने पर पहली बार 75 हज़ार पेंशन मिलती है। दूसरी टर्म होने पर इसमें 25 हज़ार की बढ़ोतरी होती रहती है। जिससे कई विधायकों की पेंशन बढ़कर 3 से 4 लाख तक हो चुकी है। इससे ख़ज़ाने पर वित्तीय बोझ पड़ता है। इसकी घोषणा जरुर हुई लेकिन मान सरकार ने इसे अभी तक लागू नहीं किया। पेंशन का पुराना सिस्टम ही चल रहा है।
कमाई MLA की, इनकम टैक्स सरकार भर रही
पंजाब सरकार अभी तक ज़्यादातर विधायकों का इनकम टैक्स भर रही है। इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे थे कि कमाई विधायकों की है तो फिर इनकम टैक्स सरकार क्यूं भरे। कांग्रेस सरकार में 4 साल में पौने 3 करोड़ का इनकम टैक्स भरा गया। 117 में से 93 विधायकों का इनकम टैक्स सरकार भर्ती रही।
कांग्रेस का आरोप, 1 महीने में 7 हज़ार करोड़ क़र्ज़ लिया
कांग्रेस आरोप लगा रही है कि पंजाब की वित्तीय स्थिति डाँवाडोल हो चुकी है। सरकार एक महीने में ही 7 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ ले चुकी है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग कहते हैं कि यही स्थिति रही तो 6 महीने में पंजाब में वित्तीय इमरजेंसी लागू हो जाएगी।