चंडीगढ़, 26 अक्टूबर (The News Air)
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मास्टrर बलदेव सिंह की विधानसभा की सदस्यतता समाप्त कर दी गई है। पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष राणा केपी सिंह ने मास्टसर बलदेव सिंह की सदस्याता समाप्ता करने की घोषणा की है। वह जैतों से आम आदमी पार्टी के विधायक चुने गए थे। वह पार्टी से बगावत करने के बाद दोबारा आप में शामिल हो गए थे।
मास्ट र बलदेव सिंह आम आदमी पार्टी के टिकट पर 2017 में जैतों विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। बाद में वह आम आदमी पार्टी को छोड़कर सुखपाल खैहरा की पंजाब एकता पार्टी में शामिल हो गए थे। वह पंजाब एकता पार्टी कीओर से 2019 में फरीदकोट संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। लेकिन, लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली। बाद में फिर से आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। बता दें कि सुखपाल सिंह खैहरा कांग्रेस शामिल हो गए थे।
आम आदमी पार्टी ने खैहरा के खिलाफ भी पंजाब विधानसभा के समक्ष दल बदल कानून के तहत याचिका दे रखी है। उस पर अभी फैसला नहींं आया है। खैहरा व आप के दो बागी विधायक को कैप्टनन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस में शामिल कराया था। खैहरा का 2017 विधानसभा के बाद आप के आला नेतृत्वर से विवाद हो गया था और इस कारण उनको आम आदमी पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया था। इससे खैहरा का नेता विपक्ष का दर्जा छिन गया था।
इसके बाद खैहरा ने आप के राष्ट्री य संयोजक और दिल्लीय के मुख्यामंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। बाद में खैहरा ने आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई के फैसले पंजाब के नेताओं के हाथ में होने का मुद्दा उठाया और पंजाब में पार्टी के मामले में दिल्लीट के नेताओं के इस्तंक्षेप का विरोध किया। उन्हों ने कहा कि पंजाब के नेताओं को भी राज्य मे पार्टी के बारे में फैसला करने का अधिकार हो। इसके बाद उन्हों ने अपनी पार्टी बनाई।