Manish Patel Rewa Viral Video: “हेलो मालिक, वो थोड़ा सा गलती हो गई है, वो थोड़ा सा गाड़ी पलट गई है” – यह डायलॉग इन दिनों सोशल मीडिया पर तूफान मचाए हुए है। इस वायरल रील को बनाने वाले मध्य प्रदेश के रीवा निवासी मनीष पटेल हैं, जो असल में ट्रक ड्राइवर नहीं बल्कि एक कंटेंट क्रिएटर और एक्टर हैं। TV9 से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने अपनी वायरल रील के पीछे की पूरी कहानी, अपने संघर्ष और सफलता के सफर को साझा किया।
क्या है वायरल रील की असली कहानी?
बहुत से लोग यह सोच रहे थे कि मनीष पटेल असल में ट्रक ड्राइवर हैं और उन्होंने सच में गाड़ी पलट दी। लेकिन सच्चाई कुछ और है। मनीष बताते हैं कि वो 2019 से वीडियो बना रहे हैं और वो बनारस गए थे एक गाने की शूटिंग के लिए जो जनवरी में रिलीज होने वाला है। वहां से वापस आते समय बनारस रिंग रोड पर एक ट्रक पलटा हुआ देखा और उन्होंने वहां रुककर पूछताछ की।
ड्राइवर निकला मनीष का फैन
दिलचस्प बात यह है कि जो ड्राइवर था वो मनीष पटेल की वीडियोज देखता था यानी वो उनका फैन था। ड्राइवर पूरी तरह सेफ था और उसे कोई चोट नहीं लगी थी, बस गाड़ी पलट गई थी। मनीष ने ड्राइवर और मालिक दोनों से बात की और उनकी इजाजत लेकर वहीं एक कॉमेडी वीडियो शूट कर ली।
कैसे बनी यह आइकॉनिक रील?
मनीष बताते हैं कि उन्होंने खुद को ड्राइवर और अपने साथी आजाद पटेल को मालिक की भूमिका में दिखाया। वीडियो में दिखाया गया कि गाड़ी पलटने के बाद ड्राइवर अपने मालिक को फोन करता है और डरते हुए बताता है। यही वो मजेदार सीन था जो लोगों को इतना पसंद आया कि पूरे इंटरनेट पर ट्रेंड बन गया।
BJP से लेकर राहुल गांधी तक – सबने बनाए कॉपी वर्जन
इस रील के इतने कॉपी वर्जन बन गए कि मनीष खुद हैरान हैं। बीजेपी, आम आदमी पार्टी, आम इंसान सब इस ट्रेंड पर रील बना रहे हैं। लोग बॉस को ईमेल लिखने के लिए भी इस फॉर्मेट का इस्तेमाल कर रहे हैं और एक वीडियो में गीजर ब्लास्ट होने पर भी यही डायलॉग बोला गया। मनीष को ठगेश की वीडियो खास पसंद आई जिसमें प्लेन एक्सीडेंट दिखाकर यही डायलॉग बोला गया था।
मनीष पटेल का बचपन और पढ़ाई
मनीष का बचपन रीवा के गांव खैरा में बीता और 9वीं क्लास तक शासकीय स्कूल में पढ़े। इसके बाद मऊगंज में 9वीं की, फिर रीवा आकर 10वीं, 11वीं, 12वीं की और पेंट पॉइंट कॉलेज से BCA किया। BCA करते-करते ही लॉकडाउन लग गया और यहीं से उनके कंटेंट क्रिएशन की असली शुरुआत हुई।
लॉकडाउन बना टर्निंग पॉइंट
जब लॉकडाउन लगा तो मनीष गांव चले गए और पढ़ाई बंद हो गई थी। गांव में कोरोना का माहौल शहर जितना नहीं था तो उन्होंने अपने दोस्तों अमित पटेल, छोटू, दीपक पटेल के साथ मिलकर मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया। लॉकडाउन के दो साल में उनके फॉलोअर्स और YouTube सब्सक्राइबर्स लगातार बढ़ते गए।
पहली कमाई सिर्फ 8000 रुपये
मनीष को पहली पेमेंट 2021 में मिली थी जो सिर्फ 8000 रुपये थी और तब तक वो 70 वीडियो बना चुके थे। उनकी पहली वीडियो बेरोजगारी पर थी जिसमें उनके पापा जी भी थे और उस पर सिर्फ 1000-1500 व्यूज आए थे। लेकिन मनीष ने हार नहीं मानी क्योंकि उन्हें विश्वास था कि मेहनत करेंगे तो रेवेन्यू जरूर बढ़ जाएगा।
आज लाखों में है फॉलोइंग
आज मनीष पटेल के Facebook पर 30 लाख और Instagram पर करीब 7 लाख फॉलोअर्स हैं और YouTube पर भी अच्छी-खासी फॉलोइंग है। वायरल होने के बाद उनकी जिंदगी और भी बिजी हो गई है क्योंकि न्यूज़ इंटरव्यू, मीटिंग्स और शूट सब एक साथ चल रहा है। 17 तारीख को उन्हें मुंबई जाना है एक म्यूजिक कंपनी से मिलने के लिए।
वेब सीरीज का भी आया ऑफर
मनीष को वेब सीरीज में ऑडिशन का भी ऑफर आया है लेकिन वो अपना चैनल छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहते। उनका मानना है कि अगर 2 महीने के लिए भी कहीं चले गए तो अपना चैनल मेंटेन नहीं कर पाएंगे। वो कहते हैं कि जब समय मिलेगा तब दूसरे प्लेटफॉर्म पर काम कर लेंगे लेकिन बघेली और रीवा की जनता को आगे बढ़ाना उनकी प्राथमिकता है।
15 लोगों की है टीम
मनीष की टीम में अमृता सिंह, गणेश प्रसाद पटेल, आदर्श मिश्रा, प्रकाश पटेल, अंकित पटेल, प्रिंसु यादव, श्रेया तिवारी और संगीत कुशवाहा समेत करीब 15-25 लोग हैं। अब तक करीब 3400 कलाकार उनके साथ काम कर चुके हैं और टीम को वो पेमेंट भी करते हैं।
परिवार का मिला पूरा साथ
मनीष के परिवार में मम्मी, पापा और बहन हैं जहां पापा खेती-किसानी करते हैं, मम्मी आंगनबाड़ी में हैं और बहन नर्सिंग फील्ड में है। परिवार ने कभी रोका नहीं और बस एक बात कहते थे कि पढ़ाई मत छोड़ो। 2-3 साल बाद जब देखा कि मनीष कमा भी रहा है और सही काम कर रहा है तो पूरा सपोर्ट मिल गया।
कंटेंट क्रिएटर्स पर उठाया अहम सवाल
मनीष ने एक जिम्मेदार बात कही कि व्यूज के चक्कर में कई कंटेंट क्रिएटर्स गलत रास्ते पर चले जाते हैं। कोई गाली-गलौज करता है तो कोई अश्लील कंटेंट बनाता है और जब एक वीडियो पर मिलियन व्यूज मिल जाते हैं तो वो उसी रास्ते पर चल पड़ते हैं। लेकिन मनीष का कहना है कि वो पारिवारिक कंटेंट बनाते हैं जो परिवार के साथ बैठकर देखा जा सके।
समाज को आईना दिखाने की कोशिश
मनीष सिर्फ कॉमेडी नहीं करते बल्कि समाज की समस्याओं को भी उठाते हैं। लेकिन उन्होंने एक दर्द साझा किया कि जब भी वो रीवा की सच्चाई दिखाते हैं उन्हें धमकियां मिलती हैं। फोन आते हैं कि वीडियो हटाओ, माफीनामा बनाओ, नहीं तो केस कर देंगे।
रीवा में जातपात का मुद्दा
मनीष ने बताया कि उन्हें लगता है कि कहीं न कहीं जातपात भी इसमें शामिल है। नोएडा में बड़े-बड़े क्रिएटर्स सब कुछ दिखाते हैं और कोई सवाल नहीं उठाता लेकिन रीवा में सच दिखाने पर SP ऑफिस तक मामला पहुंच जाता है।
मोहन सरकार से मनीष की अपील
मनीष ने मध्य प्रदेश की मोहन सरकार से कुछ अहम मुद्दे उठाए और कहा कि रीवा में “माहौल” यानी कोरेक्स सिरप और गांजा बहुत बिकता है। थाने के बगल में भी गांजा मिल जाता है और उनका सवाल है कि अगर सरकार इसे रोक नहीं पा रही तो युवाओं को पकड़ने का क्या मतलब है।
बेरोजगारी है असली समस्या
मनीष कहते हैं कि कोई मां-बाप नहीं चाहता कि उनका बच्चा नशा बेचे या पिए। युवा पढ़ने आते हैं शहर में, लत लग जाती है और फंस जाते हैं जबकि गरीब परिवार उन्हें छुड़वा नहीं पाते। अगर बेरोजगारी है तो बेचेंगे ही इसलिए सरकार को इसे टाइट करना चाहिए।
एक्सीडेंट पर भी उठाया सवाल
मनीष ने कहा कि कोई भी ड्राइवर जानबूझकर एक्सीडेंट नहीं करता लेकिन एक्सीडेंट होते ही लोग ड्राइवर को मारने लगते हैं। उन्होंने कहा कि बीमार के घर एंबुलेंस भी टाइम पर नहीं पहुंचती लेकिन एक्सीडेंट होने पर भीड़ तुरंत आ जाती है।
नए कंटेंट क्रिएटर्स के लिए संदेश
मनीष का मैसेज है कि अगर पैसे नहीं हैं तो कोई बात नहीं और मोबाइल है तो शुरुआत करो। उन्होंने खुद मोबाइल से शुरू किया था और मोबाइल हैंग मारती थी तो दोस्त की लेकर शूट करते थे। कर्जा लेकर सेकंड हैंड कैमरा खरीदा और दूसरों की बाइक लेकर शूट करने जाते थे।
मनोज डे और कैरी मिनाटी का उदाहरण
मनीष ने टेक्निकल गुरुजी मनोज डे और कैरी मिनाटी का उदाहरण दिया और कहा कि ये सब भी ऐसे ही स्ट्रगल से आए हैं। इनके पास भी शुरू में कुछ नहीं था लेकिन अगर कला है और मेहनत कर रहे हो तो एक दिन जरूर आगे बढ़ोगे।
‘क्या है पृष्ठभूमि’
मनीष पटेल मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले कंटेंट क्रिएटर हैं जो 2019 से वीडियो बना रहे हैं। उनकी बघेली भाषा में बनाई कॉमेडी और सामाजिक जागरूकता वाली वीडियोज काफी लोकप्रिय हैं। हाल ही में उनकी एक रील जिसमें वो ट्रक पलटने पर मालिक को फोन करते दिख रहे हैं सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और इंटरनेट पर एक नया ट्रेंड बन गई।
मुख्य बातें (Key Points)
- वायरल रील की सच्चाई: मनीष पटेल असल ड्राइवर नहीं बल्कि कंटेंट क्रिएटर हैं और बनारस से लौटते समय पलटे ट्रक के पास जाकर मालिक-ड्राइवर की परमिशन से वीडियो बनाई।
- संघर्ष से सफलता: पहली पेमेंट 70 वीडियो बनाने के बाद सिर्फ 8000 रुपये थी और आज 30 लाख+ फॉलोअर्स हैं।
- सामाजिक मुद्दे: रीवा में नशे की समस्या, जातपात और सच दिखाने पर धमकियों का खुलासा किया।
- नए क्रिएटर्स को सलाह: पैसे नहीं हैं तो मोबाइल से शुरू करो क्योंकि मेहनत और कला से सफलता जरूर मिलेगी।






