UP में मायावती के बाद दलित राजनीति का चेहरा कौन? आकाश आनंद ने खोला राज

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UP में मायावती के बाद दलित राजनीति का चेहरा कौन? आकाश आनंद ने खोला राज

नई दिल्ली, 6 अप्रैल (The News Air) मायावती के बाद दलित राजनीति का चेहरा कौन! वैसे तो बीएसपी अध्यक्ष कह रही हैं कि वे अभी रिटायर नहीं हुई हैं, लेकिन दलित राजनीति के नेतृत्व को लेकर आकाश आनंद और चंद्रशेखर में जंग छिड़ी है. लोकसभा चुनाव में इस बार मायावती नहीं, उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने प्रचार की शुरुआत की. मायावती के भतीजे आकाश अब बीएसपी में नंबर 2 हैं. वे पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर भी है. आकाश आनंद इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन वे पार्टी के स्टार प्रचारक हैं. उन्होंने पहली रैली यूपी के नगीना लोकसभा सीट पर की है. यहां से उनके कट्टर विरोधी चंद्रशेखर रावण चुनाव लड़ रहे हैं. वह अपनी पार्टी आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं.

आकाश आनंद ने अपना चुनाव प्रचार चंद्रशेखर रावण के खिलाफ क्यों शुरू किया? इस बात का खुलासा खुद आकाश में किया. उन्होंने बताया कि ये बहन जी का आदेश है. पिछले चुनाव में नगीना में बीएसपी की जीत हुई थी. आकाश आनंद ने चंद्रशेखर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

उन्होंने कहा कि कल तक तो वे इंडिया गठबंधन के बड़े नेता होते थे. लेकिन किसी ने उनके लिए एक सीट नहीं छोड़ी. न समाजवादी पार्टी ने उनकी सुध ली और न ही कांग्रेस ने. अब वे अकेले ही चुनाव लड़ने को मजबूर हैं. सच यही है कि कांग्रेस ने उन्हें एक सीट देने का भरोसा दिया था, लेकिन समाजवादी पार्टी से उसने नगीना सीट की मांग नहीं की.
आकाश आनंद ने चंद्रशेखर रावण पर साधा निशाना

बीएसपी नेता आकाश आनंद ने मंच से चंद्रशेखर रावण की जम कर खिंचाई की. साल भर पहले उन्होंने चंद्रशेखर रा़वण को पहचानने से इंकार कर दिया था. उस समय पत्रकारों ने उनसे चंद्रशेखर के बारे में पूछा था. तब आकाश ने कहा था कौन और किसकी बात कर रहे हो?

इशारों ही इशारों में आकाश आनंद ने कहा कि चंद्रशेखर दलितों को उकसा रहे हैं. वे दलित नौजवानों को मुकदमों में फंसा रहे हैं. चंद्रशेखर का नाम लिए बिना आकाश ने कहा कि गर्म खून की राजनीति धोखा है. बाबा साहेब अंबेडकर और कांशीराम ने मुकदमों से दूर रहने को कहा था.

चंद्रशेखर जगह-जगह जाकर करते हैं हंगामा

आकाश ने कहा कि चंद्रशेखर जगह-जगह जाकर हंगामा करता है. वो पुलिस से झगड़ा करता है. इस चक्कर में उस पर मुकदमे होते हैं. इस तरह की घटनाओं में हमारे नौजवान साथियों पर भी केस हो जाते हैं. फिर उन्हें सरकारी नौकरी तक नहीं मिलती है.

उन्होंने चंद्रशेखर पर बीएसपी के उम्मीदवार को कमजोर प्रत्याशी बताने का आरोप लगाया. आकाश ने नगीना से पार्टी के उम्मीदवार सुरेंद्र पाल को मंच पर बुलाया. फिर उन्होंने सभा में मौजूद भीड़ से पूछा कि क्या आपको ये कमजोर लगते हैं?

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