जालंधर 9 फरवरी (The News Air) – देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने से उनके समर्थक प्रसन्न हैं। चाैधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा कहा जाता है। चौधरी चरण सिंह पश्चिम यूपी के रहने वाले थे और उनका यूपी की सियासत पर गहरा प्रभाव था। इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान, पंजाब समेत कई राज्यों के जाट समाज के लोग भी उनसे भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते रहे हैं। इसके अलावा देश का किसान समुदाय भी चौधरी चरण सिंह के प्रति लगाव रखता है। ऐसे में उन्हें भारत रत्न सम्मान मिलना एक साथ जाट और किसान समुदाय को साधने की कोशिश भी है। इसी प्रकार बिहार में भी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान करके कमजोर वर्ग का दिल जीता गया है। जानकारों का कहना है कि केंद्र के इस कदम से आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए मदद मिल सकती है। बिहार में 27 प्रतिशत पिछड़ा और 36 प्रतिशत अति पिछड़ा वर्ग की हिस्सेदारी है।
कुल मिलाकर 63% की भागीदारी वाले समाज पर कर्पूरी ठाकुर का बहुत बड़ा प्रभाव है। यह वर्ग उन्हें अपने नायक के तौर पर देखता है। राम मंदिर उद्घाटन के बाद से ही बीजेपी लगातार मास्टर स्ट्रोक खेल रही है और विपक्षी खेमे को नैरेटिव की लड़ाई में हराने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। इन प्रयासों में काफी हद तक सफल भी दिख रही है। इसी प्रकार तमिलनाडु के चेन्नई में जन्मे हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन ऐसी शख्सियत हैं, जिनका देश में आज भी पूरा वैज्ञानिक समुदाय सम्मान करता है। वे तमिलनाडु के लिए शान माने जाते हैं और लोगों की उनसे भावनाएं जुड़ी हैं। स्वामीनाथन के जरिए बीजेपी ने दक्षिण भारत में अपनी पैठ मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को मरणोपरांत देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का एलान किया है। नरसिम्हा राव लगातार आठ बार चुनाव जीते और कांग्रेस पार्टी में 50 साल से ज्यादा समय गुजारने के बाद भारत के प्रधानमंत्री बने। राव को भारत की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। राव ने देश की अर्थव्यवस्था को खोलकर आर्थिक सुधार का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। हालांकि, सोनिया गांधी के कांग्रेस की कमान संभालने के बाद पार्टी ने कभी राव की उपलब्धियों का जिक्र तक करना उचित नहीं समझा। राव को भारत रत्न देने का ऐलान करके मोदी सरकार ने उन कांग्रेसियों को भी साधने की कोशिश की जोकि राव की कांग्रेस में उपेक्षा के कारण दुखी थे।
वहीं, चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट पर कहा, “किसान मसीहा, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। यह सम्मान देश के किसान-कमेरे, दलित, वंचित एवं शोषित वर्ग के लोगों को मिला है, जिनके उद्धार के लिए चौधरी साहब का संपूर्ण जीवन समर्पित रहा। यह सम्मान देश के लहलहाते खेत-खलिहानों को मिला है, जहाँ चौधरी साहब की आत्मा बसती थी। जय जवान, जय किसान।” चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और विश्व वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन के साथ पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने के निर्णय की जानकारी दी।