जयपुर, 2 जनवरी (The News Air) राजस्थान कांग्रेस ने राज्य के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत के कक्ष से महात्मा गांधी और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीरें गायब होने पर सवाल उठाया है।
अब तक भाजपा के सभी सीएम और मंत्री अपने चैंबर में महात्मा गांधी और डॉ. अंबेडकर की तस्वीरें लगाते रहे हैं।
राजस्थान कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर (हिंदी में) पोस्ट किया: “संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने… लेकिन कुर्सी पर बैठते ही संविधान निर्माता को हटाकर आरएसएस संस्थापक को ले आए। भाजपा सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत ने पदभार ग्रहण करते ही बाबा साहेब अंबेडकर जी और महात्मा गांधी जी की तस्वीर हटा दीं।”
हालांकि, मंत्री अविनाश गहलोत ने सफाई देते हुए कहा, “आज पहला दिन था। चैंबर तैयार हो रहा था। शुभ मुहुर्त के अनुसार समय का संकट था। सभी महापुरुषों की तस्वीरें दिख रही हैं। आगे सभी महान लोगों की तस्वीरें हैं।” महात्मा गांधी, अंबेडकर, कलाम सहित अन्य लोगों को रखा जाएगा। अभी भी बहुत काम करना बाकी है। हम महापुरुषों का पूरा सम्मान करते हैं।”
संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने…
लेकिन कुर्सी पर बैठते ही संविधान निर्माता को हटाकर RSS संस्थापक को ले आए।
भाजपा सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत ने पदभार ग्रहण करते ही बाबा साहेब अंबेडकर जी और महात्मा गांधी जी की तस्वीर हटा दी। pic.twitter.com/aGF4Izx1dE
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) January 1, 2024
गहलोत ने नये साल पर सचिवालय के मंत्रालय भवन में अपने कक्ष में पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चार के बाद पदभार ग्रहण किया। कक्ष में उनकी कुर्सी के पीछे लगी तस्वीरों में महात्मा गांधी और संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की कोई तस्वीर नहीं है।
आरएसएस के संस्थापक और पहले सरसंघचालक डॉ. केशव राव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर की तस्वीरें लगाई गई हैं।
मंत्री गहलोत के चैंबर में उनकी कुर्सी के पीछे सात तस्वीरें लगाई गई हैं। हेडगेवार और गोलवलकर के बीच भारत माता की तस्वीर रखी गई है। इनके नीचे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तस्वीरें हैं।
पिछले भाजपा शासनकाल में मंत्री राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा महात्मा गांधी और अंबेडकर की भी तस्वीरें लगाते थे। सरकारी दफ्तरों में हेडगेवार और गोलवलकर की तस्वीरें कम ही देखने को मिलती थीं। अविनाश गहलोत आरएसएस से जुड़े हैं और उन्होंने छात्र जीवन से ही संघ में काम किया है।






