नई दिल्ली. आखिरकार संयुक्त अरब अमीरात या यूं कहें कि UAE ने इस स्वतंत्रता दिवस (Indepandance Day) बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) से पाकिस्तान (Pakistan) को बहुत बड़ा संदेश और साथ में होशोहवास का आईना दिखा दिया है। जहां बुर्ज खलीफा पर इस साल पाकिस्तान का झंडा डिस्प्ले नहीं किया गया, जबकि रात में 12 बजते ही भारतीय तिरंगे से बुर्ज खलीफा का क्षेत्र जगमगा उठा। हालांकि काफी इंतजार के बाद पाकिस्तान का झंडा डिस्प्ले हुआ, खैर तब तक काफी देर हो चुकी थी और इज्जत के पैबंद फटे वो अलग।
Indian flag on Burj Khalifa.
Happy Independence to all…!!!! 🇮🇳 pic.twitter.com/iyTKILAoj4
— Johns. (@CricCrazyJohns) August 14, 2023
वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है, कि इस साल अपने स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) की आधी रात को प्रसिद्ध बुर्ज खलीफा द्वारा अपना राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित नहीं करने के बाद दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में सैकड़ों पाकिस्तानी निराश और गुस्से में थे। वहीं एक महिला को यह कहते हुए सुना जा सकता है, कि सभी पाकिस्तानियों के साथ एक ‘मजाक’ किया गया है।
A Pakistani lady narrates, How Pakistan flag didn't show up on Burj Khalifa on their Independence day😂😂🤣🤣 pic.twitter.com/WNbEOetANL
— Gems of Politics (@GemsOf_Politics) August 14, 2023
हालांकि भारी आक्रोश के बाद आखिरकार इमारत पर पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया गया।वहीं बाद में बुर्ज खलीफा के आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज ने कहा, कि “पाकिस्तान के लोगों को उनके देश की विरासत और महान उपलब्धियों का जश्न मनाने वाले गर्व, एकता और समृद्धि से भरे दिन की शुभकामनाएं। हमें उम्मीद है कि भविष्य में पाकिस्तान, देश और लोगों के लिए और अधिक सफलता और खुशी होगी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!”
जहां बुर्ज खलीफा पर पाकिस्तान का झंडा समय पर नहीं डिस्प्ले किया गया, वहीं भारतीय झंडा रात 12 बजते ही डिस्प्ले किया गया, जो भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मजबूत होती गाढ़ी दोस्ती को दर्शाता है, वहीं पाकिस्तान के लिए संदेश है, कि उनकी कहीं इज्जत नहीं होती है। देखा जाए भारत और UAE के लिए इस साल का स्वतंत्रता दिवस इसलिए भी खास है, क्योंकि पहली बार दोनों देशों के बीच स्थानीय करेंसी में कारोबार शुरू किया गया है। भारत ने रुपये में पहली बार UAE से कच्चा तेल खरीद है और अब दोनों देश रुपया-दिरहम में कारोबार करें, जिसके बाद भारत ने आपसी व्यापार में डॉलर से झुटकारा पाने की दिशा में अपने कदम बढ़ा चूका है।