Asian Games Trials:बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को ट्रायल में छूट दिए जाने का विरोध सोनीपत में भी देखने को मिल रहा है। सोनीपत में प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी और याचिका दायर करने वाले नेशनल चैंपियन सुजीत कलकल ने फेयर सलेक्शन की मांग की है। सुजीत कलकल ने आरोप लगाया है कि उसी भार वर्ग में मेहनत करने वाले पहलवानों को डिमोटिवेट करने की एक साजिश रची जा रही है।
ट्रायल छूट के विरोध में उतरे सोनीपत खिलाड़ी
दरअसल विनेश-बजरंग पुनिया को ट्रायल में छूट दिए जाने को लेकर लगातार दिग्गज पहलवान और अन्य उभरते हुए पहलवान विरोध कर रहे हैं। इसी को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर करने वाले सुजीत कलकल व अन्य महिला पहलवान ने अपने हक के चुने जाने को लेकर फैसले को गलत ठहराया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने भारतीय कुश्ती संघ कमेटी से दिनेश और बजरंग पूनिया को एशियन गेम के ट्रायल में छूट देने का आधार बताने को लेकर जवाब भी मांगा है। याचिका दायर करने वाला सुजीत कलकल समेत तमाम पहलवान फेयर ट्रायल के लिए विरोध की आवाज बुलंद कर रहे हैं।
नेशनल चैंपियन ने इस फैसले को बताया साजिश
इसी को लेकर सुजीत कलकल का कहना है कि दिनेश और बजरंग पूनिया को बिना ट्रायल के भेजा जाएगा तो सभी पहलवानों की मेहनत बेकार हो जाएगी।वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि सभी पहलवानों को ट्रायल देने का अधिकार दिया जाना चाहिए। यह उनका हक भी है कि वह एक फेयर ट्रायल में हिस्सा ले। उसी भार वर्ग में अन्य पहलवान भी खूब पसीना बहाकर मेहनत करते हैं।
‘कई पहलवान है जो बजरंग पहलवान को टक्कर देते है’
सुजीत कलकल ने आरोप लगाया है कि उसी भार वर्ग में मेहनत करने वाले पहलवानों को डिमोटिवेट करने की एक साजिश रची जा रही है। वही बजरंग पहलवान के वेट कैटेगरी में कई ऐसे पहलवान हैं, जो बजरंग पहलवान को कड़ी टक्कर दे सकते हैं और उसे हरा सकते हैं। इसीलिए एक कैब फेयर ट्रायल करवाने को लेकर मांगे इसीलिए एक फेयर ट्रायल करवाने को लेकर मांग सभी पहलवान कर रहे हैं।
‘एक ही समय होता है जब खिलाड़ी देश के लिए खेलता है’
सुजीत कलकल का ये भी कहना है कि कुश्ती के प्रति जो एक उम्मीद प्रत्येक पहलवान रखता है, वह उम्मीदें टूट जाएगी। उन्होंने सीधे शब्दों में यह भी कहा कि उम्र का एक पड़ाव होता है,जिसमें प्रत्येक पहलवान समय रहते हुए देश के लिए खेलता है और मेडल लेकर आने की हिम्मत रखता है। उम्र निकल जाने के बाद उनका करियर बर्बाद हो जाएगा।
लगातार आरोप लगाते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी पहलवान बजरंग पूनिया की ट्रायल नहीं ली गई थी और वह काफी महत्वपूर्ण कंपटीशन था। जिसमें पहलवान बजरंग पूनिया को सीधे एंट्री दे दी गई थी। ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उभरते हुए खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले पाएंगे। ऐसा कुश्ती जगत में होना अन्य खिलाड़ियों के मनोबल को तोड़ने का काम हो रहा है।








