EYE CARE TIPS:मानसून का मौसम चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाता है और पर्यावरण को तरोताजा कर देता है। जहां बारिश खुशी और उत्साह लाती है, वहीं यह चुनौतियों भी लाती है, खासकर जब बात आंखों के स्वास्थ्य की हो। बढ़ी हुई ह्यूमिडिटी, पानी से जन्मे संक्रमण और नमी आपकी आँखों पर दुष्प्रभाव डाल सकती है। हालाँकि, उचित देखभाल और सावधानियों से आप बारिश के मौसम में अपनी आँखों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रख सकते हैं।
ऐसे करें मानसून में आंखों की सुरक्षा
अपने हाथ नियमित रूप से धोएं:मानसून का मौसम जल-जनित संक्रमणों के लिए कुख्यात है, और हाथों की अच्छी स्वच्छता बनाए रखकर आंखों से संबंधित कई समस्याओं को रोका जा सकता है।
अपनी आंखों को छूने से बचें:मानसून के मौसम में आपकी आंखें संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। अपनी आँखों को गंदे हाथों से छूने या रगड़ने से बचें।
स्वच्छ पानी का इस्तेमाल करें:चाहे अपना चेहरा धोना हो या अपनी आंखें साफ करना हो, हमेशा साफ, फ़िल्टर्ड पानी का उपयोग करें।
सुरक्षात्मक चश्मे का प्रयोग करें: यदि आप भारी बारिश के दौरान बाहर निकल रहे हैं, तो अपनी आंखों को वॉटरप्रूफ या रैप-अराउंड धूप के चश्मे से सुरक्षित रखें। वे न केवल आपकी आंखों को बारिश की बूंदों से बचाते हैं बल्कि उन्हें धूल, मलबे और हानिकारक यूवी किरणों से भी बचाते हैं।
कॉन्टैक्ट लेंस के लिए अच्छी स्वच्छता बनाए रखें: अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो बरसात के मौसम में सख्त स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अपने आंखो देखभाल पेशेवर द्वारा अनुशंसित उचित सफाई और कीटाणुशोधन तकनीकों का पालन करें।
व्यक्तिगत वस्तुएँ साझा करने से बचें:मानसून के मौसम में तौलिए, रूमाल या आंखों के मेकअप जैसी निजी वस्तुएं साझा करने से आंखों में संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है।
पौष्टिक आहार लेंछ आंखों के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विटामिन और खनिजों से भरपूर संतुलित आहार आवश्यक है। अपने आहार में गाजर, पालक, खट्टे फल, बादाम और मछली जैसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, क्योंकि इनमें आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो स्वस्थ आंखों को बढ़ावा देते हैं। अपनी आंखों में नमी बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें।
डिजिटल स्क्रीन से ब्रेक लें: मानसून की बारिश के साथ, आप खुद को घर के अंदर अधिक समय बिताते हुए पा सकते हैं। हालाँकि, बढ़ा हुआ स्क्रीन समय आपकी आँखों पर दबाव डाल सकता है और सूखी आँखें, आँखों की थकान और धुंधली दृष्टि जैसी स्थितियों को जन्म दे सकता है।






