फाजिल्का (The News Air) पंजाब के फाजिल्का जिले के सीमावर्ती गांवों में बाढ़ के खतरे के मद्देनजर प्रशासन द्वारा कई तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा इन गांवों में बहती सतलुज नदी के एक तरफ बने हुए बांध को मजबूत बनाने के लिए मनरेगा मज़दूर लगाए गए हैं। मजदूरों द्वारा यहां पर बांध को और मजबूत करने के लिए मिट्टी के बोरे भरे जा रहे हैं।
इस दौरान बुधवार सुबह 9 बजे के करीब बांध को मजबूत करने का काम कर रहे मनरेगा मजदूरों और मनरेगा ग्राम रोजगार सेवक के बीच काफी तू-तू मैं-मैं हो गई। मनरेगा मजदूरों द्वारा ग्राम रोजगार सेवक पर कुछ महिलाओं को अपशब्द बोलने के इलजाम लगाए गए, जिसके बाद उनकी आपस में काफ़ी बहस बाजी हुई।
यहां तक कि मनरेगा मज़दूर उस ग्राम रोजगार सेवक की पिटाई करने के लिए उसके पीछे भागे और उसे दौड़ा दौड़ा कर भगा दिया। इसके बाद वह ग्राम रोजगार सेवक किसी तरह वहां से भाग निकला। बाद में अन्य कर्मचारियों ने उसे मौके पर बुलाकर उनसे माफी मंगवाई। इसके बाद जाकर यह मामला शांत हुआ।
ग्राम सेवक को घेरकर उसके साथ बहसबाजी करते मनरेगा मजदूर।
कार्रवाई की मांग, नहीं होने पर काम बंद करने की चेतावनी
इस अवसर पर मनरेगा मज़दूर परमजीत सिंह, गुरचरण सिंह, संतो बाई, जल्लो बाई निवासी गांव नवां हस्ता और अन्य ने बताया कि वे सुबह 9 बजे के करीब अपने गांव से यहां पर काम करने के लिए आए थे। यहां आते ही एक मनरेगा ग्राम रोजगार सेवक ने यहां पर काम करने के लिए आई महिलाओं को अपशब्द बोलने शुरू कर दिए।
इसके बाद जब उन्होंने उससे इसको लेकर बात करनी चाही तो वह भाग निकला। मनरेगा मजदूरों में काफी रोष है। उन्होंने उस ग्राम रोजगार सेवक पर बनती कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि अगर उस पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे अपना काम बंद रखकर प्रदर्शन करेंगे। हालांकि बाद में अन्य कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ मिलकर इस मसले को सुलझा लिया गया।