The News Air: अरबपति और अदाणी ग्रुप (Adani Group) के मालिक गौतम अदाणी ने ग्रुप की तीन कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 1.38 अरब डॉलर (11,330 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। इस तरह पिछले चार साल में अदाणी ग्रुप 9 अरब डॉलर से अधिक की राशि जुटा चुका है और उसने कई सेक्शन के निवेशकों को आकर्षित किया है। पोर्ट से लेकर पावर तक अपना कारोबार फैला चुके ग्रुप ने एक बयान में कहा, ‘‘ग्रुप ट्रांसफॉर्मेटिव कैपिटल मैनेजमेंट प्रोग्राम के 10 साल के रोडमैप को पूरा करने के लिए पूंजी जुटाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रोग्राम 2016 में कई पोर्टफोलियो कंपनियों की प्लान को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था।’’
फंड का यहां होगा इस्तेमाल
हाल ही में अदाणी परिवार ने तीन पोर्टफोलियो कंपनियों – अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड में हिस्सेदारी बिक्री के जरिये 1.38 अरब डॉलर (11,330 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। इससे अगले एक से डेढ़ साल के दौरान ग्रुप की पूंजी की जरूरत पूरी होगी और साथ ही पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए डेट और इक्विटी कमिटमेंट को पूरा करने में मदद मिलेगी।
ग्रुप की तीन कंपनियां भी जुटाएगी फंड
इसके अलावा तीन पोर्टफोलियो कंपनियों को निवेशकों को शेयर बिक्री के माध्यम से प्राइमरी इश्यू के लिए बोर्ड की मंजूरी भी मिल गई है। ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने निवेशकों को शेयर बिक्री के माध्यम से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है, जबकि अडाणी ट्रांसमिशन 8,500 करोड़ रुपये जुटाएगी। इसकी रिन्यूएबल एनर्जी फर्म 12,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद गिरा था मार्केट कैप
अमेरिका की शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई थी। रिपोर्ट के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज को अपना 20,000 करोड़ रुपये का FPO वापस लेना पड़ा था। अमेरिकी शॉर्ट-सेलर ने जनवरी में जारी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर अकाउंटिंग फ्रॉड और शेयर प्राइस में हेराफेरी का आरोप लगाया था। अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। ग्रुप अब इन आरोपों से उबर वापसी की रणनीति पर काम कर रहा है।