Cluster Bomb To Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को 500 दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई नतीजा निकल नहीं पाया है. अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की मदद के दम पर यूक्रेन मैदान में टिका हुआ है. ऐसे में शुक्रवार का दिन यूक्रेन के लिए बेहद खास रहा. दरअसल, अमेरिका ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह 800 मिलियन डॉलर के सुरक्षा पैकेज तहत यूक्रेन को क्लस्टर बम भेजेगा.
गौरतलब है कि यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता पैकेज को लेकर अमेरिका में बहस छिड़ी हुई थी कि क्या यूक्रेन को 100 से ज्यादा देशों में प्रतिबंधित क्लस्टर बम प्रदान किए जाएं या नहीं. जिसपर अब बाइडेन सरकार ने मोहर लगा दी है. अमेरिका के इस फैसले से यूक्रेन गदगद है. और यूक्रेन का दावा है कि अमेरिका के इस कदम से रूसी बलों पर असाधारण मनोवैज्ञानिक दबाव बनेगा .
यूक्रेन को नया सैन्य सहायता पैकेज देगा अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन को एक नया सैन्य सहायता पैकेज अमेरिका की तरफ से मुहैया कराया जा रहा है. इस पैकेज में क्लस्टर बम भी शामिल हैं. बता दें कि रूस के साथ जारी जंग में यूक्रेन के लिए ये खास बम बेहद ही कारगर साबित हो सकते हैं. शुक्रवार को सुलीवन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को अकेला नहीं छोड़ेगा और यूक्रेन ने भी वादा किया है कि वह क्लस्टर बम का इस्तेमाल साधवानीपूर्वक करेगा.
बाइडेन सरकार के लिए थीं मुश्किलें
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन सरकार के लिए यह बेहद ही कठिन निर्णय था. इस बात को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी खुद स्वीकार किया है. बाइडन ने सीएनएन से बातचीत के दौरान कहा है कि यह मेरी ओर से लिया गया बेहद कठिन निर्णय था. हालांकि, मैंने अपने सहयोगियों के साथ इस पर चर्चा की. यूक्रेनियों के पास गोला-बारूद खत्म हो रहा है. जिसके बाद यह फैसला लिया गया .
मेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने व्हाइट हाउस में कहा कि हम क्लस्टर बम के खतरों को जानते हैं. इसीलिए हमने इस फैसले को तब तक टाले रखा, जब तक हम ऐसा कर सकते थे. लेकिन अब यूक्रेन को मदद की जरुरत थी. वहां जनहानि होने की अधिक आशंका है. ऐसे में यह कठोर फैसला लेना पड़ा .
क्या होते हैं क्लस्टर बम
दरअसल, ये बेहद ही खतरनाक तरह के बम माने जाते हैं, जो एक साथ सैंकड़ों छोटे-छोटे बमों से बनते हैं. फटने पर ये बड़े इलाके में फैल जाते हैं और अधिक संख्या में लोगों को घायल करते हैं. यही वजह है कि कई देश क्लस्टर बम के इस्तेमाल से परहेज करते हैं.