हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन यानी HDFC ने एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life) इंश्योरेंस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 50 फीसदी से अधिक कर ली है। कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) और इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (RDAI) से हरी झंडी मिलने के बाद HDFC ने ऐसा किया है। एचडीएफसी के पास अब एचडीएफसी लाइफ में 50.33 फीसदी हिस्सेदारी है। और इस तरह एचडीएफसी लाइफ अब एचडीएफसी की सब्सिडियरी कंपनी बन गई है।
HDFC Life ने क्या कहा?
HDFC Life ने एक्सचेंजों को एक फाइलिंग में कहा, “HDFC ने 26 जून से 28 जून के बीच सेकेंडरी मार्केट से HDFC Life के 3,62,22,213 इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण किया है, जो कुल जारी और पेड-अप कैपिटल का 1.69 फीसदी है।”
कुल मिलाकर 2111 करोड़ की हुई डील
एक्सचेंजों पर उपलब्ध बल्क डील के आंकड़ों के अनुसार, एचडीएफसी ने 28 जून को 674.87 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर ओपन मार्केट ट्रांजेक्शन के माध्यम से एचडीएफसी लाइफ में 1.65 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदे और 26 जून को 667.1 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर अन्य 1.48 करोड़ शेयर खरीदे। इस तरह ये दोनों डील कुल मिलाकर 2111 करोड़ रुपये के हैं।
50.33 फीसदी हिस्सेदारी हुई
फाइलिंग में कहा गया है कि एचडीएफसी के पास अब एचडीएफसी लाइफ में 50.33 फीसदी हिस्सेदारी है और इस तरह एचडीएफसी लाइफ अब एचडीएफसी की सब्सिडियरी कंपनी बन गई है। मार्च 2023 तक, एचडीएफसी के पास एचडीएफसी लाइफ में 48.65 फीसदी हिस्सेदारी थी।
RBI ने दी थी सलाह
एचडीएफसी बैंक के अनुरोध के बाद आरबीआई ने अप्रैल में एचडीएफसी लाइफ और एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी में कॉर्पोरेशन की शेयरहोल्डिंग को एचडीएफसी बैंक में ट्रांसफर करने की अनुमति दी थी। RBI ने सलाह दी कि एचडीएफसी या एचडीएफसी बैंक को स्कीम की प्रभावी डेट से पहले एचडीएफसी लाइफ और एचडीएफसी एर्गो में हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक बढ़ानी चाहिए। बाद में, 20 जून को CCI और 23 जून को इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने एचडीएफसी को एचडीएफसी लाइफ में अपनी हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक बढ़ाने की मंजूरी दे दी थी।






