जानकारी के अनुसार, DKIST ने सूर्य की जो नई तस्वीरें ली हैं, उनमें ‘सूर्य की सतह’ पर पृथ्वी के आकार के सनस्पॉट उभरे हुए दिखाई देते हैं। ऐसे ही सनस्पॉट्स से कोरोनल मास इजेक्शन और सोलर फ्लेयर जैसी घटनाएं होती हैं। कई बार उनका असर पृथ्वी तक होता है। ये सनस्पॉट कुछ समय के लिए उभरते हैं। यह अवधि एक सप्ताह की हो सकती है।
DKIST की टीम का कहना है कि उसकी तस्वीरों में दिख रहे सनस्पॉट, पेनम्ब्रा नाम के लंबे फिलामेंटरी क्षेत्रों से घिरे हुए हैं। टेलीस्कोप ने विजिबल-ब्रॉडबैंड इमेजर नाम के एक पावरफुल कैमरे की मदद से ये तस्वीरें लीं। यह कैमरा सूर्य के फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर की हाई-रेजॉलूशन तस्वीरें खींच सकता है।
गौरतलब है कि सूर्य अपने 11 साल के चक्र से गुजर रहा है और बहुत अधिक एक्टिव फेज में है। इसे सोलर मैक्सिमम कहा जाता है। इस वजह से सूर्य में काफी सनस्पॉट उभर रहे हैं और कोरोनल मास इजेक्शन व सोलर फ्लेयर्स की घटनाएं हो रही हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) पहले ही बता चुकी है कि सूर्य में हो रही इन घटनाओं का दौर अभी कुछ वर्षों तक जारी रहेगा। बहरहाल, सूर्य की नई तस्वीरें रोमांचित करने वाली हैं। इनमें से कुछ मधुमक्खी के छत्ते जैसी नजर आती हैं।