Sona BLW share price: सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग (Sona BLW Precision Forgings) के शेयरों में मार्च के अंत से ही तेजी का रुख देखने को मिल रहा है। तब से अब तक इस स्टॉक में 32 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है। जून 2021 में सूचीबद्ध होने के बाद से इस ऑटो कलपुर्जा बनाने वाली कंपनी के शेयरों में 50 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। इसे मई में MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया जाना तय है। नुवामा अल्टरनेटिव रिसर्च के का कहना है कि MSCI इंडेक्स में शामिल होने से स्टॉक में 17.5 करोड़ डॉलर का निवेश आ सकता है।
स्टॉक में संस्थागत निवेशकों की भी दिलचस्पी
स्टॉक में संस्थागत निवेशकों की भी दिलचस्पी दिख रही है। सोना बीएलडब्ल्यू में म्युचुअल फंडों ने मार्च 2023 में अपनी होल्डिंग बढ़ाकर लगभग दोगुनी बढ़ाकर 27 फीसदी कर ली। ये होल्डिंग जून 2022 में लगभग 14 फीसदी थी। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी इस स्टॉक में जोरदार खरीदारी की है। सोना बीएलडब्ल्यू में विदेशी संस्थागत निवेशकों की होल्डिंग दिसंबर 2022 में 11.27 फीसदी थी। ये होल्डिंग मार्च 2023 में दोगुना से ज्यादा बढ़ाकर 24.69 फीसदी पर आ गई।
इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में कंपनी की बढ़ती पैठ से फायदा
घरेलू और विदेशी दोनों बाजारों में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में कंपनी की बढ़ती पैठ के चलते निवेशकों की रुचि इस स्टॉक में बढ़ी है। इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में कारोबार बढ़ाने की रणनीति का फायदा कंपनी को मिला है। इस बात की पुष्टि चौथी तिमाही को नतीजों से भी होती है तो उम्मीद से काफी ज्यादा अच्छे रहे हैं। चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 54 फीसदी बढ़कर 119.8 करोड़ रुपए पर रहा है। इसी तरह चौथी तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 35 फीसदी बढ़कर 744 करोड़ रुपए पर रही है। चौथी तिमाही में कंपनी की आय में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट की हिस्सेदारी 28 फीसदी रही। इस अवधि में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट की आय सालाना आधार पर 37 फीसदी की बढ़त के साथ 203.7 करोड़ रुपये पर रही है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट की स्थिति
31 मार्च तक सोना बीएलडब्ल्यू की 21500 करोड़ रुपये की कुल ऑर्डरबुक में ईवीएस की हिस्सेदारी 16,600 करोड़ रुपये यानी 77 फीसदी थी। कंपनी के पास 26 ग्राहकों की विभिन्न चरणों में चल रहीं 42 ईवी परियोजनाएं हैं, जिनमें से 20 परियोजनाएं उत्पादन/रैंप-अप चरण में हैं। सोना बीएलडब्ल्यू गुड़गांव स्थित कंपनी है। पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी को एक उत्तर अमेरिकी कंपनी से गियर-बॉक्स के कलपुर्जों की आपूर्ति के लिए 500 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला था। इसके साथ ही कंपनी ने इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन (ई-सीवी) सेगमेंट में कदम रखे थे। जेफरीज के विश्लेषकों का कहना था कि हालांकि ये अपेक्षाकृत छोटे आकार का ऑर्डर था लेकिन इसके साथ ही सोना ने एक बड़े मुनाफे वाले सेगमेंट में अपने कदम रख दिए थे। कंपनी का ये कदम उसके लिए आगे बड़ा ग्रोथ ड्राइवर का काम करेगा।
स्टॉक पर ब्रोकरेज की राय
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का भी कहना है कि इलेक्ट्रिक-पैसेंजर वाहनों में पैठ बनाने के बाद सोना बीएलडब्ल्यू को ग्लोबल इलेक्ट्रिक-कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट से भी नए निर्यात ऑर्डर मिलने से ग्लोबल ई-सीवी सेगमेंट में भी कंपनी की यात्रा शुरू हो गई है। वर्तमान में, इसकी कुल ऑर्डर बुक में 66 फीसदी हिस्सा ई-पीवी का है। वहीं, 3 फीसदी हिस्सेदारी सीवी की है। जबकि 8 फीसदी हिस्सेदारी दोपहिया वाहनों की है।
अगर स्टॉक के लिए ब्रोकरेज की तरफ से दिए गए टारगेट का औसत निकालें तो इसका औसत टारगेट प्राइस 573 रुपए होता है जो वर्तमान स्तरों से 4 फीसदी की बढ़त दर्शाता है।
Jefferies ने इस स्टॉक को‘buy’रेटिंग देते हुए 600 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है। ICICI Securities ने भी इस स्टॉक को 573 रुपए के टारगेट प्राइस के साथ‘buy’रेटिंग दी है।
वहीं Motilal Oswal ने सोना बीएलडब्ल्यू FY24/25 को अर्निंग अनुमान में 4.5 फीसदी और 6.4 फीसदी की बढ़त कर दी है। स्टॉक का टारगेट प्राइस 465 रुपए दिया है।
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