जालंधर (The News Air) पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि इसी महीने कैबिनेट की होनी वाली बैठक में अड़चनों को दूर कर राज्य के 13 हजार कच्चे अध्यापकों को रेगुलर किया जाएगा। उन्हें रेगुलर नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे। टीचर खुद कहते हैं कि पिछली सरकारों के समय में वह कई सालों तक धरने लगाते रहे। पता नहीं कितनी बार पुलिस की लाठियां भी खाईं, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली।
अब भगवंत मान सरकार ने उनकी बात सुनी है। पिछली सरकारों के समय जो केस कोर्ट में पहुंच जाते थे सरकार उनकी पैरवी तक नहीं करती थी। पिछले 15-15 सालों से लोग कोर्ट केस के कारण वह घरों में बैठे हैं। हम पूरी शिद्दत से कोर्ट में केस लड़ रहे हैं।
सेशन शुरू होने से पहले मिल रही किताबें और वर्दियां
पिछली सरकारों के समय में अक्टूबर-नवंबर तक किताबें नहीं पहुंचती थी। दिसंबर महीने तक यूनिफॉर्म के पैसे नहीं पहुंचते थे। अब स्कूलों का मयार बदला है तस्वीर बदली है। उन्होंने कहा अब सरकार ने नया सेशन शुरू होने से पहले ही स्कूलों में किताबें भी भेज दीं और वर्दियों का फंड भी भेज दिया है।
उन्होंने विरोधियों को कहा कि मेरा ओपन चैलेंज हैं पूर्व सरकारों के मंत्री स्कूलों और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कामों की अपने शासन से तुलना करके देख लें। उन्होंने कहा पिछले दिनों परगट सिंह ने ट्वीट किया सरकारी स्कूलों में 7 प्रतिशत ड्रॉप आउट हुए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने जवाब दिया था कि यह ड्रॉप आउट उन्हीं के शिक्षा मंत्री रहते हुआ था।
छुट्टियों में होगा स्कूलों में निर्माण कार्य
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में 20 प्रतिशत बच्चे बढ़े हैं। हमने सिस्टम बना दिया है कि स्कूलों में छुट्टियों के दौरान ही रिपेअर और निर्माण का काम होगा। रिकॉर्ड ग्रांट सरकार ने स्कूलों को जारी की हैं। 200 करोड़ कम्प्यूटर शिक्षा पर खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों के बच्चे भी कोडिंग और एआई सीखेंगे।