Mankind Pharma IPO: फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ कल 25 अप्रैल को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इस साल एवलॉन टेक्नोलॉजीज (Avalon Technologies) के बाद मेनबोर्ड यानी एनएसई-बीएसई के लिए खुलने वाला दूसरा इश्यू होगा। इसके लेकर ग्रे मार्केट में रुझान बढ़िया दिख रहा है। ₹1026-₹1080 के प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से मैनकाइंड फार्मा के शेयर ग्रे मार्केट में 73 रुपये के भाव में मिल रहे हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फाइनेंशियल्स और फंडामेंटल्स के हिसाब से निवेश का फैसला लेना चाहिए। इस इश्यू में निवेश से पहले दस अहम जानकारियों के बारे में जान लें।
Mankind Pharma IPO: सब्सक्रिप्शन पीरियड
मैनकाइंड फार्मा का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25 अप्रैल को खुलेगा। इस आईपीओ में 27 अप्रैल 2023 तक पैसे लगा सकेंगे। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू आज 24 अप्रैल को खुल चुका है। एंकर निवेशक क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा होते हैं।
Mankind Pharma IPO: प्राइस बैंड
इस इश्यू के लिए 1026-1080 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड फिक्स किया गया है।
Mankind Pharma IPO: ऑफर साइज
मैनकाइंड फार्मा का इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है। इस इश्यू के तहत प्रमोटर्स और निवेशक 4 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेंगे। प्राइस बैंड के लोअर प्राइस के हिसाब से कंपनी 4,110.03 करोड़ रुपये और अपर प्राइस के हिसाब से 4,326.35 करोड़ रुपये जुटाएगी। ऑफर फॉर सेल के जरिए प्रमोटर्स रमेश जुनेजा, राजीव जुनेजा और शीतल अरोड़ा एक करोड़ से अधिक शेयरों की बिक्री करेंगे। इसके अलावा बाकी शेयरों की बिक्री निवेशक Cairnhill CIPEF, Cairnhill CGPE, Beige और Link Investment Trust करेंगे।
Mankind Pharma IPO: इश्यू लाने का उद्देश्य
इश्यू के जरिए जुटाए गए पैसे शेयरहोल्डर्स को मिलेंगे और कंपनी को कोई पैसा नहीं मिलेगा। इस आईपीओ को लाने का मुख्य उद्देश्य प्रमोटर्स और निवेशकों को अपनी हिस्सेदारी कम करने और स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने के फायदों का हासिल करना है।
Mankind Pharma IPO: लॉट साइज और आरक्षित हिस्सा
इस आईपीओ के लिए निवेशक कम से कम 13 इक्विटी शेयरों और इसके गुणक में पैसे लगा सकेंगे। प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से खुदरा निवेशकों को कम से कम 14,040 रुपये और अधिकतम 1,96,560 रुपये लगाने होंगे। लॉट साइज 13 शेयरों का है। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB), 15 फीसदी हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।
Mankind Pharma IPO: कंपनी के बारे में डिटेल्स
दिसंबर 2022 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक घरेलू बिक्री के मामले में मैनकाइंड फार्मा देश की चौथी सबसे बड़ी और सेल्स वॉल्यूम के हिसाब से तीसरी सबसे बड़ी फार्मा कंपनी है। यह मैनफोर्स कॉन्डोम, प्रेग्नेंसी टेस्ट किट प्रेगा न्यूज और इमरजेंसी कांट्रासिप्टिव ब्रांड अनवांटेड-72 के ब्रांड नाम से प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है। इसके अलावा यह एंटएसिड पाउडर्स (गैस-ओ-फास्ट), विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स (हेल्थ ओके ब्रांड) और एंटी-एक्ने प्रीपेरेशंस (एक्नेस्टार ब्रांड) जैसे हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स को भी बनाकर बेचती है। इसमें क्रिस कैपिटल और कैपिटल इंटरनेशल जैसे प्राइवेट इक्विटी फर्म ने पैसे लगाया हुआ है। इस कंपनी की शुरुआत रमेश जुनेजा ने की थी। कारोबार की बात करें तो इसका सबसे अधिक फोकस घरेलू मार्केट पर है और वित्त वर्ष 2022 के नतीजों के हिसाब से यहां से उसे 97.60 फीसदी रेवेन्यू हासिल होता है। इसके करीब 36 ब्रांड्स हैं। दिसंबर 2022 के आंकड़ों के मुताबिक देश भर में इसके 11,691 एमआर और 3,561 फील्ड मैनेजर्स हैं।
Mankind Pharma IPO: वित्तीय सेहत
43,264 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली इस फार्मा कंपनी को अप्रैल-दिसंबर 2023 में सालाना आधार पर 20 फीसदी कम 996.4 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था। अदर इनकम, हायर एंप्लॉयी कॉस्ट और कमजोर ऑपरेटिंग परफॉरमेंस के चलते इसका मुनाफे में गिरावट आई। हालांकि समान अवधि में इसका कंसालिडेटेड रेवेन्यू 10.6 फीसदी उछलकर 6,697 करोड़ रुपये हो गया। इसका EBITDA गिरकर 1,484 करोड़ रुपये पर आ गया और मार्जिन में 5.98 फीसदी की गिरावट आई।
Mankind Pharma IPO: प्रमोटर्स
कंपनी के प्रमोटर रमेश जुनेजा (चेयरमैन और पूर्णकालिक निदेशक), राजीव जुनेजा (वाइस चेयरमैन और एमडी), शीतल अरोड़ा (सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक), रमेश जुनेजा फैमिली ट्रस्ट, राजीव जुनेजा फैमिली ट्रस्ट और प्रेम शीतल फैमिली ट्रस्ट हैं। इनकी कंपनी में 67.29 फीसदी हिस्सेदारी है। अभी कंपनी में प्रमोटर्स और प्रमोटर्स ग्रुप की हिस्सेदारी 79 फीसदी है और बाकी हिस्सेदारी बेज (Beige) और Cairnhill CIPEF जैसे निवेशकों के पास है।
Mankind Pharma IPO: रिस्क और चिंताएं
ब्रोकरेज फर्मों निर्मल बंक और शेयरखान के मुताबिक कंपनी के अहम प्रोडक्ट और सेगमेंट में कॉम्पटीशन से इसकी ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। अमेरिकी दवा नियामक से निगेटिव रिस्पांस पर इसकी प्रोडक्ट लॉन्चिंग पर असर पड़ सकता है और पुराने प्रोडक्ट्स के निर्यात पर प्रतिबंध भी लग सकता है। वित्त वर्ष 2022 के मुताबिक कंपनी के घरेलू पोर्टफोलियो के 12.7 फीसदी प्रोडक्ट्स प्राइस कंट्रोल के तहत हैं और अगर सरकार इसके तहत और प्रोडक्ट्स शामिल करती है तो इसकी घरेलू ग्रोथ पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा ब्रोकरेज की एक चिंता इस बात को लेकर है कि कंपनी का कारोबार मुख्य रूप से भारत पर निर्भर है और भारत के बाहर अमेरिका, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल भी इसके अहम बाजार हैं। इन देशों में फार्मा इंडस्ट्री में कोई बदलाव इसके कारोबार पर असर डालेगा।
Mankind Pharma IPO: अलॉटमेंट और लिस्टिंग डेट
इश्यू के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 3 मई को फाइनल होगा। जिन्हें इसके शेयर नहीं मिलेंगे, उनके पैसे 4 मई को रिफंड होंगे और जिन्हें शेयर मिलेंगे, उनके डीमैट खाते में 8 मई को शेयर भेज दिए जाएंगे। शेयरों की एनएसई-बीएसई पर 9 मई को एंट्री होगी। इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, एक्सिस कैपिटल, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, जेफरीज इंडिया और जेपी मॉर्गन इंडिया बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
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