दरअसल बीते बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए संजय राउत ने कहा कि, “अजीत पवार NCP के वरिष्ठ नेता हैं। मुझे नहीं लगता कि वह ऐसी चीजें करेंगे और BJP साथ जाएंगे।” उन्होंने आगे कहा कि,”NCP के साथ अजीत पवार का राजनीतिक भविष्य उज्ज्वल है। इसलिए चिंता की कोई बात ही नहीं है। वह उनके साथ नहीं आएंगे और BJP के गुलाम नहीं बनेंगे। हमें NCP नेता अजीत पवार पर पूरा भरोसा है।”
NCP से हमारा संबंध फेविकोल जैसा- राउत
इतना ही नहीं संजय राउत ने आगे कहा कि, आने वाले दिनों में अजित पवार और नाना पटोले से इस बाबत व्यापक चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि, “आगामी 16 मई को हमारी नागपुर में एक रैली है और उस रैली से पहले हम उनसे बात करेंगे। NCP सुप्रीमो शरद पवार अभिभावक हैं और हम उनके साथ हैं। कल मैंने और उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से कई मुद्दों पर चर्चा की थी। हमारा संबंध फेविकोल जैसा है, इसे कोई अलग नहीं कर सकता। इसमें कोई भ्रम नहीं है।”
मातोश्री में एकनाथ शिंदे रोए- आदित्य
गौरतलब है कि, शिवसेना में फूट और एकनाथ शिंदे की बगावत को लेकर आदित्य ठाकरे ने हैदराबाद के अपने एक दिवसीय दौरे में कहा कि, “शिवसेना में फूट होने से पहले एकनाथ शिंदे मातोश्री (ठाकरे परिवार का निजी निवास) आए थे। वे रोते हुए कहने लगे कि BJP के साथ चलें, वरना वे हमें जेल में डालेंगे। वे यह कह रहे थे कि अगर मैं BJP के साथ नहीं गया तो मैं जेल चला जाऊंगा।”
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि, “एकनाथ शिंदे के चेहरे पर दहशत थी। वे मातोश्री में बैठ कर रो रहे थे। यानी एकनाथ शिंदे ने जेल के डर से शिवसेना से बगावत की।” देखा जाए तो आदित्य ठाकरे ने पहली बार एकनाथ शिंदे पर व्यक्तिगत रूप से हमला किया है और उनकी बेहद पर्सनल लम्हों को पहली बार सार्वजनिक किया है।”






