चंडीगढ़, 8 अप्रैल (The News Air) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भगवंत मान सरकार पर फसल क्षति के आकलन को निष्पक्ष रूप से लागू नहीं करने का आरोप लगाया है क्योंकि पंजाब के किसानों को वित्तीय मुआवजे पर कच्चा सौदा करने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
बाजवा ने मीडिया रिपोर्टों और विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं द्वारा जारी किए गए बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि राजस्व विभाग द्वारा किए गए फसल नुकसान का आकलन निष्पक्ष रूप से नहीं किया जा रहा है।
बाजवा न् कहा कि वास्तव में राजस्व विभाग में कर्मचारियों की अपर्याप्त संख्या जिसमें बड़े पैमाने पर पटवारी शामिल हैं और उनकी वर्तमान ताकत इसकी स्वीकृत ताकत का केवल आधा है, यह एक प्रमुख कारण है कि पंजाब सरकार फसल क्षति का उचित आकलन करने में सक्षम नहीं है।
बाजवा ने कहा कि भगवंत मान द्वारा घोषित मुआवजा पहले से ही अपर्याप्त था, हालांकि सरकार ने दावा किया कि इस बार इसे 25 प्रतिशत बढ़ाया गया है। एक किसान को 15000 प्रति एकड़, वह भी फसल की शत-प्रतिशत क्षति के लिए न केवल आपराधिक बल्कि भगवंत मान सरकार द्वारा कृषक समुदाय के लिए एक क्रूर मजाक भी है। बाजवा ने कहा कि कृषि संकट पहले से ही पंजाब के किसानों के सामने खड़ा है और उन्हें इस तरह का कच्चा सौदा देना असंवेदनशील है।
कांग्रेस नेता ने उन किसानों के बारे में पूछा जिनकी फसल आंशिक रूप से खराब हुई है. क्या वे बेहतर मुआवजे के हकदार नहीं थे?