जालंधर (The News Air) जालंधर में लोकसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गई हैं। पार्टियों के बड़े नेता किसी न किसी बहाने से जालंधर लोकसभा क्षेत्र में आकर अपनी हाजिरी लगा रहे हैं। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी पंजाब पहुंचे। फगवाड़ा में उन्होंने योगशाला का उद्घाटन किया।
इसी दौरान यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार की घोषणा भी कर सकते हैं। वहीं इस दौरान सुशील रिंकू के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की चर्चा है। इसका पता चलते ही कांग्रेस ने पूर्व MLA रिंकू को पार्टी से निकाल दिया। रिंकू पिछली बार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शीतल अंगुराल से चुनाव हारे थे।

सर्वे रिपोर्ट्स पहुंची पार्टी हाईकमान के पास
उपचुनाव को लेकर पार्टी ने अपने स्तर पर एक सर्वे भी करवाया है। सर्वे के बाद पार्टी ने कांग्रेस के जालंधर वेस्ट से पूर्व विधायक सुशील रिंकू को आम आदमी पार्टी में शामिल होने का ऑफर भी दिया है। पूर्व विधायक रिंकू की पार्टी के कई नेताओं से बैठकें भी हो चुकी हैं। सूत्रों का कहना है कि यदि यह सुशील रिंकी ने यदि पार्टी जॉइन कर ली तो उनकी टिकट पक्की है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक की आम आदमी पार्टी में एंट्री को लेकर जो चर्चाएं चल रही हैं उससे पार्टी का एक खेमा खासा नाराज भी है। यह खेमा जालंधर वेस्ट के विधायक शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल को टिकट की मांग कर रहा था। लेकिन फिलहाल पार्टी के आला नेताओं ने परिवारवाद न चलने देने का तर्क देकर मांग को खारिज कर दिया है।
रिंकू से अंगुराल का 36 का आंकड़ा
जालंधर वेस्ट से कांग्रेस के पूर्व विधायक सुशील रिंकू की एससी समुदाय में अच्छी खासी पकड़ है। आम आदमी पार्टी संगरूर की तरह अब जालंधर में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। वह रिजर्व सीट पर रिंकू की एससी समुदाय में अच्छी पैठ को भुनाकर साम दाम दंड भेद हर फॉर्मूला अपना कर सीट निकलना चाहती है।
लेकिन इसमें एक बहुत बड़ी अड़चन भी है। पार्टी के तेज तर्रार विधायक जिन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाए थे के साथ सुशील रिंकू का 36 का आंकड़ा है। यह राजनीतिक ही नहीं बल्कि पर्सनल भी है। दोनों ही एक दूसरे को देखकर राजी नहीं है। लेकिन राजनीति है इसमें सब कुछ संभव है। कौन कब दोस्त और दुश्मन बन जाए कहा नहीं जा सकता।






