Vladimir Putin On Xi Jinping: यूक्रेन में जारी खूनी जंग के बीच चीन के राष्ट्रपति जल्द ही रूस का दौरा कर सकते हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार (22 फरवरी) को संकेत दिया कि चीनी नेता शी जिनपिंग (Xi Jinping) आने वाले महीनों में मास्को का दौरा करेंगे. क्रेमलिन में चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी का स्वागत करते हुए पुतिन ने कहा कि जिनपिंग की यात्रा का इंतजार है. दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है.
रूस ने यूक्रेन पर पिछले साल 24 फरवरी को हमला शुरू किया था, जिसके बाद से अबतक दोनों देशों के बीच जंग जारी है.
शी जिनपिंग के रूस दौरे के संकेत
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि सब कुछ प्रगति पर है. हम नए मोर्चे पर पहुंच रहे हैं. पुतिन ने ये घोषणा तब की है, जब यूक्रेन में युद्ध को 24 फरवरी को एक साल होने वाला है. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शी जिनपिंग की योजनाओं से परिचित लोगों को कोट करते हुए कहा कि पुतिन के साथ उनकी बैठक शांति वार्ता का हिस्सा होगी, क्योंकि बीजिंग यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी राष्ट्रपति की यात्राओं की व्यवस्था प्रारंभिक चरण में है.
जिनपिंग कब करेंगे रूस का दौरा?
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अप्रैल या मार्च की शुरुआत में रूस का दौरा करने की उम्मीद है, जब देश जर्मनी पर द्वितीय विश्व युद्ध की जीत का जश्न मना रहा होगा. शी जिनपिंग की संभावित रूस यात्रा की खबर अमेरिका के लिए चिंताजनक है. अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार (22 फरवरी) को कहा कि वह चीन और रूस के बीच अधिक तालमेल को लेकर चिंतित हैं.
चीन-रूस में तालमेल से US की चिंता बढ़ी?
इससे पहले वाशिंगटन ने कहा था कि चीन यूक्रेन में रूस के युद्ध के लिए हथियार उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है. यह संघर्ष को एक तरफ रूस और चीन के बीच और दूसरी तरफ यूक्रेन और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन के बीच टकराव में बदल देगा. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर चीन खुलकर रूस को सपोर्ट करता है तो तीसरा विश्वयुद्ध हो सकता है.
चीन के राजनयिक रूस पहुंचे
चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी मंगलवार को मास्को पहुंचे थे. चीन के विदेश मंत्रालय ने इसे चीन-रूस संबंधों और साझा हित के अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय हॉट-स्पॉट मुद्दों पर चर्चा करने के अवसर के रूप में बताया था. उन्होंने रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पत्रुशेव सहित कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी. साथ ही बुधवार को व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की थी.






