चंडीगढ़ (The News Air)कोमी इंसाफ मोर्चा से हुई झड़प के बाद आज पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस के बीच पंजाब पुलिस हेडक्वार्टर में संयुक्त मीटिंग की गई। इस मीटिंग में पंजाब के DPG पंजाब गौरव यादव और DGP चंडीगढ़ प्रवीर रंजन मौजूद रहे। साथ ही ADGP लॉ एंड ऑर्डर, IG रूपनगर रेंज और चंडीगढ़ व मोहाली के SSP भी मौजूद रहे।
मीटिंग के दौरान पंजाब और चंडीगढ़ के DGP व ADGP
पंजाब और चंडीगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने भविष्य के लिए कोमी इंसाफ मोर्चा जैसी घटनाओं से सबक लेते हुए समय रहते नकेल कसने और इससे बचाव के लिए सांझा रणनीति बनाई। साथ ही आगामी रणनीति बारे विचार-विमर्श किया।
DGP पंजाब द्वारा किया गया ट्वीट।
8 फरवरी को दिया था वारदात को अंजाम
गौरतलब है कि बीती 8 फरवरी को कोमी इंसाफ मोर्चा द्वारा चंडीगढ़ पुलिस पर पथराव कर सरकारी गाड़ियां तोड़ने के अलावा सरकारी सामान की लूट की गई थी। इस वारदात में चंडीगढ़ के 13 से अधिक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे। चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस ने इस संबंध में केस भी दर्ज किए हैं। लेकिन वारदात में शामिल किसी आरोपी को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
DGP प्रवीर रंजन ने पंजाब पुलिस पर खड़े किए सवाल
वारदात में चंडीगढ़ के पुलिसकर्मियों के घायल होने के बाद मीडिया के सामने आए DGP प्रवीर रंजन ने पंजाब पुलिस का साथ नहीं मिलने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि वारदात से पहले रोजाना और समय-समय पर पंजाब पुलिस को हर कोमी इंसाफ मोर्चा की हर मूवमेंट और जत्थे से संबंधित हर जानकारी दी जा रही थी। लेकिन वारदात से पहले मोहाली पुलिस ने प्रदर्शनकारी हमलावरों को रोकने तक का प्रयास नहीं किया था। उन्होंने पंजाब पुलिस के ऐसे आचरण पर हैरत जताई थी।