Protest Alert: आज पटना के श्री कृष्ण नगर स्थित शाकुंतलम साभागर में संयुक्त किसान मोर्चा की राज्यस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के विगत कार्यक्रमों की समीक्षा की गई और केन्द्र और राज्य सरकार की किसान-मजदूर विरोधी नीतियों और उन पर कार्रवाई पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता इंद्रदेव राय ने की।
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंच ने 22 दिसंबर को जारी बयान के माध्यम से 16 जनवरी 2026 को बीज विधेयक 2025, विद्युत विधेयक 2025, VB-GRAMG अधिनियम 2025, और चार श्रम संहिता के खिलाफ, तथा सी2+50% की दर से एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों के लिए ‘अखिल भारतीय प्रतिरोध दिवस’ मनाने का आह्वान किया था।
केन्द्र सरकार द्वारा लाई गई जन-विरोधी “वीबी जी-रामजी” कानून मनरेगा मजदूरों के अधिकारों पर एक स्पष्ट हमला है। इसे तीन काले कृषि कानूनों की तरह ही संसद में बिना किसी विमर्श के ध्वनि-मत से पारित किया गया। न ही इस विधेयक को लाने से पहले मजदूर प्रतिनिधियों या मनरेगा कार्यकर्ताओं से कोई विमर्श किया गया।
“वीबी जी-रामजी” कानून का बिहार जैसे राज्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा। बिहार के एक करोड़ मजदूर मनरेगा योजना के माध्यम से रोजगार पाते हैं। “वीबी जी-रामजी” कानून रोजगार की गारंटी को केन्द्र सरकार की मर्जी पर चलने वाली एक सीमित योजना बना देगा। योजना का 40% खर्च भी अब राज्य सरकार को उठाना पड़ेगा। रोजगार का अधिकार खत्म होने से मजदूरों का पलायन और शोषण और बढ़ेगा।
बैठक में किसान नेताओं ने प्रदेश में बुलडोज़र राज के माध्यम से गरीबों के घर उजाड़ने की भर्त्सना की, वहीं धान अधिप्राप्ति में हो रही गड़बड़ी के खिलाफ सरकार को आगह किया। बिहार के किसान मंडी व्यवस्था न होने के कारण खुले बाजार में कम दाम पर अपनी फसल बेचने को मजबूर हैं। संयुक्त किसान मोर्चा राज्य में मंडी व्यवस्था पुनः स्थापित करने की मांग लगातार उठाता रहा है।
इन मांगों कि लेकर संयुक्त किसान मोर्चा 16 जनवरी को पूरे राज्य में प्रखण्ड स्तर पर किसानों और मजदूरों का विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगा। इस कार्यक्रम के लिए सभी जिलों में संयुक्त बैठक और प्रचार-प्रसार आयोजित किया जाएगा।
बैठक में ऋषि आनंद, सोना लाल प्रसाद, बालेश्वर प्रसाद, कृपानारायण सिंह, विनोद कुमर, उमेश सिंह, इंद्रदेव राय, अमेरिका महतो, नन्द किशोर सिंह, अशोक बैठा, अयोध्या राम, राम चन्द्र सिंह, ज़मीरुद्दिन अंसारी, राजेन्द्र पटेल, और भूषण कुमार शामिल थे।






