Rohingya Arrested in Kanpur News – बांग्लादेश हिंसा और सीमा पार से जारी घुसपैठ की खबरों के बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बड़ी और सनसनीखेज खबर सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े एक्शन को अंजाम देते हुए कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन से तीन रोहिंग्या घुसपैठियों (Rohingya Infiltrators) को गिरफ्तार किया है। ये तीनों पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (Northeast Sampark Kranti Express) से दिल्ली होते हुए जम्मू जाने की फिराक में थे। पकड़े गए लोगों में दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं।
‘इब्राहिम’ का कबूलनामा: भारत में बसाने का खेल
पूछताछ के दौरान मास्टरमाइंड मोहम्मद इब्राहिम ने जो खुलासे किए हैं, उसने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। म्यांमार का रहने वाला इब्राहिम पिछले दो साल से जम्मू के नरवाल रिफ्यूजी कैंप में शरणार्थी पास पर रह रहा था। उसका काम सिर्फ खुद यहां रहना नहीं था, बल्कि वह एक सिंडिकेट चला रहा था जो रोहिंग्याओं को अवैध तरीके से भारत लाता और उन्हें यहां बसाता था। वह अपने साथ 21 साल के मोहम्मद हासिम और शौकतारा को लेकर जम्मू जा रहा था।
बांग्लादेश और असम के रास्ते घुसपैठ
जांच में पता चला है कि इन तीनों ने बांग्लादेश के रास्ते असम बॉर्डर से भारत में अवैध एंट्री की थी। इब्राहिम 2017 में म्यांमार से बांग्लादेश आया था और फिर 2024 में भारत में घुसपैठ कर गया। अब वह बाकी दोनों को भी इसी रास्ते से ले आया। इनके पास भारत में रहने का कोई वैध वीजा या दस्तावेज नहीं मिला। जब आरपीएफ (RPF) ने उनसे आधार कार्ड मांगा, तो वे हड़बड़ा गए और म्यांमार का निवास प्रमाण पत्र दिखा बैठे।
11 घंटे पूछताछ, 42 बार सवाल-जवाब
आरपीएफ प्रभारी एस.ए. पाटीदार को मिली गुप्त सूचना के बाद यह कार्रवाई की गई। पकड़े जाने के बाद एटीएस (ATS), आईबी (IB) और आर्मी इंटेलिजेंस की टीमों ने इनसे करीब 11 घंटे तक कड़ी पूछताछ की। 42 बार अलग-अलग तरीके से सवाल पूछे गए ताकि इनके पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके। फिलहाल तीनों को जेल भेज दिया गया है और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
विश्लेषण: आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा (Expert Analysis)
यह गिरफ्तारी कोई मामूली घटना नहीं है। यह बताती है कि कैसे रोहिंग्या घुसपैठिए देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी जड़ें जमा रहे हैं। इब्राहिम का रिफ्यूजी कैंप में रहकर मानव तस्करी (Human Trafficking) जैसा रैकेट चलाना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक की ओर इशारा करता है। जम्मू जैसे संवेदनशील इलाके में इनकी बसावट भविष्य के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती बन सकती है। सुरक्षा एजेंसियों को अब यह जांचना होगा कि इस नेटवर्क में और कितने लोग शामिल हैं और उन्हें स्थानीय स्तर पर कौन मदद कर रहा है।
जानें पूरा मामला (Background)
भारत में अवैध रोहिंग्या प्रवासियों का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है। सरकार का सख्त रुख है कि अवैध प्रवासियों को देश में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कानपुर में हुई यह गिरफ्तारी इसी सख्ती का नतीजा है। रेलवे पुलिस और खुफिया एजेंसियों के समन्वय से एक बड़ा घुसपैठिया नेटवर्क बेनकाब हुआ है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Kanpur रेलवे स्टेशन पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से 3 रोहिंग्या गिरफ्तार।
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मास्टरमाइंड Mohammad Ibrahim जम्मू के रिफ्यूजी कैंप से चला रहा था रैकेट।
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बांग्लादेश और Assam के रास्ते भारत में की थी अवैध घुसपैठ।
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सुरक्षा एजेंसियों ने 11 घंटे तक की Interrogation, अब भेजा गया जेल।
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इब्राहिम का मकसद रोहिंग्याओं को भारत लाकर Illegal Settlement कराना था।






