Jeffrey Epstein Case Update – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। कुख्यात यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से जुड़ी हजारों फाइलों के सार्वजनिक होने के बाद मचे बवाल के बीच ट्रंप ने क्रिसमस के दिन एक लंबा-चौड़ा सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर अपने विरोधियों पर निशाना साधा है। अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) द्वारा जारी दस्तावेजों में एक कथित पत्र के सामने आने के बाद हलचल मच गई थी, जिसमें ट्रंप का नाम आपत्तिजनक तरीके से लिया गया था। हालांकि, न्याय विभाग ने कुछ ही घंटों में इस पत्र को ‘फर्जी’ करार दे दिया, लेकिन ट्रंप ने इस मौके को अपने ऊपर हो रहे ‘हमलों’ का जवाब देने के लिए इस्तेमाल किया है।
‘फर्जी पत्र’ और न्याय विभाग की सफाई
अमेरिकी न्याय विभाग ने मंगलवार को जेफरी एपस्टीन से संबंधित हजारों अतिरिक्त फाइलें सार्वजनिक की थीं। इनमें एक पत्र भी शामिल था जिसे 13 अगस्त 2019 का बताया गया था। यह पत्र कथित तौर पर कुख्यात डॉक्टर लैरी नासर (Larry Nassar) को लिखा गया था, जो लड़कियों के यौन शोषण के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। पत्र में दावा किया गया था कि ट्रंप भी एपस्टीन और नासर की तरह ‘जवान लड़कियों के लिए प्यार’ साझा करते हैं। हालांकि, न्याय विभाग ने स्पष्ट किया कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है और यह पत्र पूरी तरह फर्जी है।
ट्रंप का पलटवार: ‘मैं पहले ही नाता तोड़ चुका था’
ट्रंप ने अपने पोस्ट में मीडिया संस्थानों और वामपंथियों पर उन्हें बदनाम करने की गहरी साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि जब जेफरी एपस्टीन पर आरोप लगे थे और बाकी लोग उससे दूरी बना रहे थे, उन्होंने उससे बहुत पहले ही अपना नाता तोड़ लिया था। ट्रंप ने लिखा, “जेफरी एपस्टीन से प्यार करने वाले कई घिनौने लोगों समेत सभी को क्रिसमस की शुभकामनाएं।” उन्होंने इसे उनके खिलाफ एक ‘हथियार’ के रूप में इस्तेमाल की जा रही कट्टर वामपंथी साजिश करार दिया है।
डेमोक्रेट्स पर साधा निशाना
अपने पोस्ट में ट्रंप ने यह भी दावा किया कि एपस्टीन मामले में जारी दस्तावेजों में दरअसल अधिकतर डेमोक्रेट्स नेताओं के ही नाम सामने आए हैं। उन्होंने तर्क दिया कि मीडिया उनकी छवि खराब करने के लिए पुराने मामलों (जैसे रूस जांच) की तरह ही झूठी रिपोर्टिंग कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि कई बेकसूर लोगों को सिर्फ इसलिए बदनाम किया जा रहा है क्योंकि वे कभी एपस्टीन की पार्टियों में शामिल हुए थे।
विश्लेषण: चुनावी साल और फाइलों का खेल (Expert Analysis)
एपस्टीन से जुड़ी फाइलों का सार्वजनिक होना और उनमें ट्रंप का नाम आना, अमेरिका की राजनीति में एक बड़ा भूचाल है। हालांकि पत्र को फर्जी बताया गया है, लेकिन ट्रंप की एपस्टीन के साथ पुरानी तस्वीरें और 1996 के रिकॉर्ड्स विरोधियों को हमला करने का मौका दे रहे हैं। ट्रंप का आक्रामक रुख यह दिखाता है कि वे इसे अपने खिलाफ एक ‘पॉलिटिकल विच हंट’ (Political Witch Hunt) के रूप में पेश कर रहे हैं। आने वाले राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर, एपस्टीन कांड के दस्तावेजों का बाहर आना दोनों पार्टियों के लिए एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने का सबसे बड़ा जरिया बन गया है।
जानें पूरा मामला (Background)
जेफरी एपस्टीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के गंभीर आरोप थे। साल 2019 में न्यूयॉर्क की जेल में उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस ने एक नया कानून पारित किया था जिसके तहत एपस्टीन से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करना अनिवार्य हो गया है। ट्रंप ने पहले इन फाइलों को गोपनीय रखने की कोशिश की थी, लेकिन अब इनके सार्वजनिक होने से कई रसूखदार हस्तियों की नींद उड़ी हुई है।
मुख्य बातें (Key Points)
-
Donald Trump ने एपस्टीन मामले में खुद को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया।
-
न्याय विभाग ने ट्रंप से जुड़ी कथित चिट्ठी को ‘फर्जी’ और बिना तथ्यों वाली बताया।
-
ट्रंप का दावा- एपस्टीन से उन्होंने बहुत पहले ही संबंध खत्म कर लिए थे।
-
एपस्टीन फाइलों में कई बड़े नेताओं और हस्तियों के नाम और तस्वीरें सामने आई हैं।
-
ट्रंप ने इस पूरे विवाद को ‘कट्टर वामपंथी साजिश’ करार दिया है।






