Tina Dabi News – राजस्थान की चर्चित आईएएस अधिकारी और बाड़मेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई हैं। छात्राओं द्वारा उन्हें ‘रील स्टार’ (Reel Star) कहे जाने पर कुछ छात्रों को हिरासत में लेने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। बाड़मेर-जैसलमेर से कांग्रेस सांसद उम्मेद राम बेनीवाल ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए टीना डाबी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सांसद का आरोप: समस्याओं के निदान के बजाय थाने भेजा
सांसद उम्मेद राम बेनीवाल ने इस पूरी घटना को निंदनीय करार दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। बेनीवाल का कहना है कि एक कलेक्टर का काम बच्चियों की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना होता है, न कि उन्हें थाने भिजवाना। उन्होंने टीना डाबी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे “ग्राउंड पर कोई काम नहीं करती हैं और कार्यक्रमों में पहुंचकर वहां सिर्फ रील बनाती हुई दिखाई देती हैं।”
‘जनप्रतिनिधियों के काम भी नहीं करतीं’
कांग्रेस सांसद के आरोप यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि बच्चियों ने कोई गलत बात नहीं कही, बल्कि हकीकत बयां की थी। बेनीवाल ने दावा किया कि कलेक्टर टीना डाबी का रवैया जनप्रतिनिधियों के साथ भी ठीक नहीं रहता है और वे उनके काम नहीं करती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि टीना डाबी मीटिंग्स में सवालों का जवाब तक नहीं देती हैं। सांसद ने स्पष्ट किया कि वे जल्द ही मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी कार्रवाई की मांग करेंगे।
पुलिस अधीक्षक जता चुके हैं खेद
गौरतलब है कि आईएएस टीना डाबी को ‘रील स्टार’ बताए जाने पर पुलिस द्वारा कुछ छात्रों को हिरासत में लेकर थाने में बिठाए जाने का मामला राजस्थान में काफी गरमाया हुआ है। हालांकि, इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) पहले ही खेद जता चुके हैं। लेकिन अब कांग्रेस सांसद की एंट्री ने इस विवाद को और हवा दे दी है।
क्या है पूरा मामला? (Background)
यह पूरा विवाद बाड़मेर जिले के महाराणा भूपल गर्ल्स कॉलेज में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन से जुड़ा है। शनिवार को प्रदर्शनकारी युवक टीना डाबी से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे थे और उनसे मिलने की जिद पर अड़े थे। इस दौरान पुलिस ने 22 साल की उम्र में आईएएस बनीं टीना डाबी को सभी के लिए ‘रोल मॉडल’ बताया। जिस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कुछ छात्रों ने असहमति जताते हुए उन्हें ‘रील स्टार’ कह दिया। इसके बाद पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया था।
विश्लेषण: सोशल मीडिया फेम और प्रशासनिक जिम्मेदारी का द्वंद्व (Expert Analysis)
टीना डाबी अपनी पहली पोस्टिंग से ही सोशल मीडिया पर एक सेलिब्रिटी आईएएस के रूप में उभरी हैं। उनकी ‘रील स्टार’ वाली छवि एक तरफ युवाओं को आकर्षित करती है, तो दूसरी तरफ उनके प्रशासनिक कामकाज पर सवाल भी खड़े करती है। यह घटना सोशल मीडिया फेम और प्रशासनिक गंभीरता के बीच के द्वंद्व को उजागर करती है। जब एक लोक सेवक की छवि ‘रील बनाने वाले’ तक सीमित होने लगती है, तो जनता और जनप्रतिनिधियों का विश्वास डगमगाना स्वाभाविक है। एक कलेक्टर से उम्मीद की जाती है कि वह समस्याओं का समाधान संवाद से निकाले, न कि पुलिसिया कार्रवाई से। यह घटना टीना डाबी के लिए एक सबक हो सकती है कि सार्वजनिक जीवन में छवि प्रबंधन (Image Management) और जमीनी हकीकत के बीच संतुलन बनाना कितना जरूरी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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बाड़मेर कलेक्टर Tina Dabi को ‘रील स्टार’ कहने पर छात्रों को हिरासत में लिया गया।
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कांग्रेस सांसद उम्मेद राम बेनीवाल ने सीएम से टीना डाबी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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सांसद का आरोप- कलेक्टर ग्राउंड पर काम नहीं करतीं, सिर्फ रील बनाती हैं।
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पुलिस अधीक्षक (SP) ने छात्रों को हिरासत में लेने पर पहले ही खेद जताया है।
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विवाद की जड़ कॉलेज फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन है।






