Vaibhav Suryavanshi Batting Records : भारतीय क्रिकेट के आसमान में एक 14 साल का नया सितारा चमक उठा है, जिसकी चमक ने दिग्गजों को भी हैरान कर दिया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 14 वर्षीय बल्लेबाज Vaibhav Suryavanshi की अद्भुत प्रतिभा की तुलना सीधे ‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंदुलकर से कर दी है। थरूर ने बीसीसीआई (BCCI) से पुरजोर गुजारिश की है कि इस युवा खिलाड़ी को अब और इंतजार न कराया जाए और उसे तुरंत भारतीय राष्ट्रीय टीम (Team India) में जगह दी जाए।
वैभव सूर्यवंशी… यह नाम इस समय क्रिकेट की दुनिया में गूंज रहा है। जब-जब वैभव का बल्ला घूमता है, तो दुनिया बस देखती रह जाती है। हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में उनकी विस्फोटक पारी ने हर किसी को सन्न कर दिया है। इसी प्रदर्शन को देखते हुए शशि थरूर ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक भावुक और दमदार पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा, “आखिरी बार 14 साल के लड़के ने इतनी क्रिकेट प्रतिभा दिखाई थी, तो वह सचिन तेंदुलकर थे और हम सभी जानते हैं कि वह क्या बने। अब हमें किसका इंतजार है? वैभव सूर्यवंशी को भारत के लिए खेलना चाहिए।”
190 रन, 36 गेंदों में शतक: वैभव का ‘विराट’ प्रदर्शन
वैभव सूर्यवंशी ने अपनी बल्लेबाजी से मैदान पर ऐसा कोहराम मचाया कि रिकॉर्ड बुक्स के पन्ने कम पड़ गए। अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने विजय हजारे ट्रॉफी में 190 रनों की तूफानी पारी खेली। उनकी रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट में महज 36 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। यह पारी इतनी आक्रामक थी कि इसमें 16 चौके और 15 गगनचुंबी छक्के शामिल थे।
एबी डिविलियर्स का वर्ल्ड रिकॉर्ड ध्वस्त
वैभव ने न सिर्फ शतक जमाया, बल्कि दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में गिने जाने वाले दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) का भी एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया। वैभव ने केवल 59 गेंदों में 150 रन का आंकड़ा पार कर लिया, जबकि एबीडी ने यह कारनामा 64 गेंदों में किया था। इस तरह वैभव सूर्यवंशी लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेज 150 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। अब उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर और सहवाग जैसे दिग्गजों से की जा रही है।
थरूर ने दिग्गजों को किया टैग
अपनी बात को वजन देने के लिए शशि थरूर ने अपने ट्वीट में केवल तारीफ नहीं की, बल्कि सीधे जिम्मेदार लोगों को टैग भी किया। उन्होंने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर, बीसीसीआई, सचिन तेंदुलकर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के आधिकारिक अकाउंट को टैग करते हुए यह सवाल पूछा है। उनका मानना है कि ऐसी प्रतिभा को घरेलू क्रिकेट में समय बर्बाद करने के बजाय सीधे अंतरराष्ट्रीय मंच पर मौका मिलना चाहिए।
विश्लेषण: क्या जल्दबाजी होगी टीम में लाना?
वैभव का प्रदर्शन निस्संदेह अद्भुत है, लेकिन 14 साल की उम्र में सीधे सीनियर टीम इंडिया में लाने की मांग एक दोधारी तलवार हो सकती है। जहां एक तरफ सचिन तेंदुलकर का उदाहरण है जिन्होंने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया और इतिहास रचा, वहीं दूसरी तरफ इतनी कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता। हालांकि, शशि थरूर जैसे वरिष्ठ व्यक्ति द्वारा यह मांग उठाना यह साबित करता है कि वैभव में वह ‘एक्स-फैक्टर’ है जो दर्शकों और जानकारों को अपनी ओर खींच रहा है। यह दबाव अब चयनकर्ताओं पर होगा कि वे इस प्रतिभा को कैसे संभालते हैं।
जानें पूरा मामला
वैभव सूर्यवंशी बिहार के रहने वाले हैं और बहुत कम उम्र से ही अपनी बल्लेबाजी के लिए चर्चा में हैं। उन्होंने हाल ही में अंडर-19 और रणजी ट्रॉफी में भी हिस्सा लिया था। विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेली गई उनकी 190 रनों की पारी ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया है। यह एक ‘लिस्ट ए’ मैच था, जिसे अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच के बराबर का दर्जा प्राप्त घरेलू मैच माना जाता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Comparison: शशि थरूर ने वैभव की तुलना सचिन तेंदुलकर से की।
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Huge Score: वैभव ने 84 गेंदों में 190 रन बनाए, जिसमें 15 छक्के शामिल थे।
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Fastest 150: 59 गेंदों में 150 रन बनाकर एबी डिविलियर्स का रिकॉर्ड तोड़ा।
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Demand: थरूर ने गौतम गंभीर और अगरकर को टैग कर उन्हें टीम इंडिया में लाने को कहा।






