Punjab Police Drug Raid के तहत आज पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, 20 दिसंबर को पंजाब पुलिस ने नशे के खिलाफ एक महा-अभियान छेड़ते हुए प्रदेश भर के 494 ड्रग हॉटस्पॉट्स पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए गए और सैकड़ों तस्करों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया।
इस कार्रवाई ने नशा तस्करों की कमर तोड़कर रख दी है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के सख्त निर्देशों के बाद, पंजाब पुलिस ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के संकल्प के साथ ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के 294वें दिन यह बड़ा प्रहार किया है।
5000 पुलिसकर्मियों ने डाला डेरा
डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) गौरव यादव के दिशा-निर्देशों पर प्रदेश के सभी 28 पुलिस जिलों में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक एक साथ राज्यव्यापी घेराबंदी एवं खोज (CASO) अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस का बड़ा लाम-लश्कर सड़कों पर उतर आया। स्पेशल DGP कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो इस कार्रवाई की खुद निगरानी कर रहे थे, ने बताया कि 162 राजपत्रित (Gazetted) अधिकारियों की निगरानी में 5000 से अधिक पुलिस मुलाजिमों वाली 700 से अधिक टीमों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
क्या-क्या हुआ बरामद?
इस सघन तलाशी अभियान के नतीजे बेहद चौंकाने वाले रहे। पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी कर 153 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ 132 FIR दर्ज कीं। स्पेशल DGP ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में नशीला सामान बरामद हुआ है। इसमें 1.5 किलोग्राम Heroin, 1 किलोग्राम अफीम, 500 ग्राम गांजा, 5 किलो भुक्की और 1310 नशीली गोलियां व कैप्सूल शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस ने मौके से 32,000 रुपये की Drug Money भी जब्त की है।
बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन भी रडार पर
पुलिस की यह कार्रवाई सिर्फ चिन्हित हॉटस्पॉट्स तक ही सीमित नहीं रही। तस्करों के भागने या माल सप्लाई करने के रास्तों को ब्लॉक करने के लिए पुलिस ने सार्वजनिक परिवहन के साधनों पर भी कड़ी नजर रखी। कार्रवाई के दौरान, पुलिस टीमों ने पूरे राज्य के 173 बस अड्डों और 120 रेलवे स्टेशनों की भी बारीकी से जांच की, ताकि नशा तस्करों के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सके।
विश्लेषण: नशा मुक्ति की ओर एक रणनीतिक कदम (Analysis)
एक वरिष्ठ संपादक के तौर पर इस कार्रवाई का विश्लेषण करें तो यह महज एक रूटीन चेक नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित ‘वॉर’ का हिस्सा है। एक ही समय पर 494 जगहों पर रेड करना पुलिस की सटीक खुफिया जानकारी (Intelligence) और समन्वय को दर्शाता है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में बनी 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी और पुलिस विभाग का तालमेल यह साबित करता है कि सरकार नशे की ‘सप्लाई चेन’ को जड़ से काटने के लिए गंभीर है। ‘कासो’ (CASO) जैसे ऑपरेशन न केवल अपराधियों में खौफ पैदा करते हैं, बल्कि आम जनता में सुरक्षा की भावना भी जगाते हैं कि प्रशासन उनके बच्चों के भविष्य को लेकर सजग है।
जानें पूरा मामला
पंजाब सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया हुआ है। इसी कड़ी में सीएम भगवंत मान ने पुलिस कमिश्नरों और एसएसपी को सख्त निर्देश दिए थे। सरकार ने नशे के खिलाफ जंग की निगरानी के लिए एक कैबिनेट सब-कमेटी भी बनाई है। इसी रणनीति के तहत आज यह विशाल तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें नशीले पदार्थों की बिक्री वाली जगहों (Hotspots) को निशाना बनाया गया।
मुख्य बातें (Key Points)
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Punjab Police ने राज्य के 494 ड्रग हॉटस्पॉट्स पर छापेमारी की।
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153 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 132 FIR दर्ज की गई हैं।
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1.5 किलो हेरोइन, 1 किलो अफीम और ड्रग मनी बरामद हुई।
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ऑपरेशन में 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी और 700 टीमें शामिल थीं।






