Delhi NCR Air Pollution: देश की राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर इस समय घने कोहरे और भयंकर वायु प्रदूषण की दोहरी मार झेल रहे हैं। 19 दिसंबर को दिल्ली का औसत एक्यूआई 346 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है जबकि कई इलाकों में यह 447 तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर करीब 125 उड़ानें देरी से चलीं जबकि 10 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
आम लोगों की जुबानी हालात
दिल्ली के लोग खुद बता रहे हैं कि हालात कितने भयावह हैं। एक नागरिक ने कहा कि दिल्ली की हालत बहुत ज्यादा खराब है और बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है क्योंकि जो सांस के मरीज हैं उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि सुबह घर से निकला तो सांस नहीं लिया जा रहा था और प्रदूषण से आंखों में दर्द और सांस लेने में बहुत दिक्कत हो रही है।
ट्रेनें घंटों लेट, यात्री परेशान
ठंड और कोहरे की वजह से रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। यात्रियों ने बताया कि सुबह 8 बजे की ट्रेन थी लेकिन अब वो 11 बजे करीब आने का समय दिखा रही है यानी करीब 3 घंटे की देरी। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम हो गई है जिसका सीधा असर सड़क यातायात, रेल सेवाओं और हवाई उड़ानों पर पड़ रहा है। सुबह और देर रात के समय हालात सबसे ज्यादा खराब देखे जा रहे हैं।
नोएडा में ट्रिपल अटैक – प्रदूषण, कोहरा और ठंड
नोएडा में प्रदूषण, कोहरे और ठंड का ट्रिपल अटैक चल रहा है। एक ओर प्रदूषण का स्तर फिर से खतरनाक जोन के पास पहुंच गया है तो वहीं न्यूनतम तापमान में 9 डिग्री की गिरावट से गुरुवार सीजन का सबसे सर्द दिन बन गया। घने कोहरे ने हालात और बिगाड़ दिए जिससे जनजीवन ठहर सा गया है।
एक्सप्रेसवे पर लिया गया बड़ा फैसला
कोहरे को देखते हुए एक्सप्रेसवे पर बड़ा फैसला लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अगर विजिबिलिटी 50 मीटर से कम है तो गाड़ियों को ले लाइन में खड़ा किया जाएगा और 15-20 गाड़ियों को एक साथ कॉन्वॉय के रूप में भेजा जाएगा ताकि वो धीमी गति से चलें और सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचें। टोल और जीरो पॉइंट पर लगातार अनाउंसमेंट चल रही है कि कोहरे को देखते हुए अपनी गति धीमी रखें और निर्धारित स्पीड लिमिट पर चलें।
इंटरसेप्टर से हो रही स्पीड चेकिंग
एक्सप्रेसवे पर प्रवर्तन की कार्यवाही भी चल रही है और इंटरसेप्टर मोबाइल वाहन लगाए गए हैं जिनसे स्पीड लिमिट चेक कराई जा रही है। जो भी वाहन निर्धारित गति सीमा से ज्यादा तेज चल रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। किसी भी आपात स्थिति में वाहन चालकों और यात्रियों को यूपीडा की हेल्पलाइन नंबर 14449 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
पिछले दिनों हुए एक्सीडेंट के बाद उठाया एहतियाती कदम
कोहरे के कारण पिछले दिनों एक्सप्रेसवे पर कई वाहन आपस में टकरा गए थे जिसके बाद यह एहतियाती कदम उठाया गया है। एक्सप्रेसवे पर गश्त बढ़ा दी गई है और जगह-जगह चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।
दिल्ली-NCR में कोहरा अपने चरम पर
आज दिल्ली एनसीआर में कोहरा अपने चरम पर नजर आया और पालम, सफदरजंग, द्वारका और आसपास के इलाकों में दृश्यता बेहद कम रही। मौसम विभाग ने खासतौर पर सुबह 5 बजे से 8 बजे के बीच अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है और इसी अवधि को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है ताकि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें और दुर्घटनाओं की आशंका कम हो सके।
हवा की धीमी गति से प्रदूषण जमा होता गया
पिछले 24 घंटों के दौरान राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में मौसम लगभग स्थिर बना रहा और हवा की गति बेहद धीमी रही जिससे प्रदूषण फैलने के बजाय एक ही जगह जमा होता गया। मौसम विभाग ने 19 दिसंबर के साथ-साथ 21 और 22 दिसंबर के लिए भी येलो अलर्ट जारी कर दिया है।
14 इलाकों में AQI 400 के पार – गंभीर श्रेणी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार 19 दिसंबर को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 346 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। राजधानी के कई इलाकों में हालात इससे भी बदतर रहे और करीब 14 स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी मानी जाती है। कुछ जगहों पर एक्यूआई 447 तक पहुंच गया जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक स्थिति है।
आनंद विहार में सांस लेना मुश्किल
एक नागरिक ने बताया कि वो आनंद विहार से 1 किलोमीटर दूर खड़े हैं और वहां सांस लेने में दिक्कत आ रही है। बड़े और बुजुर्ग लोग बहुत परेशान हैं और बीमार चल रहे हैं। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि वो घर से इंडिया गेट तक साइकिल पर आए और इतनी फॉग की वजह से इतना रिस्क था कि कभी भी एक्सीडेंट हो सकता था और काफी बुरी हालत है।
सेहत पर पड़ रहा सीधा असर
इस प्रदूषण और कोहरे का सीधा असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन, खांसी और एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं। डॉक्टरों और प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, मास्क का इस्तेमाल करें और बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
विशेषज्ञों ने बताई वजह
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में चल रही ठंडी और धीमी हवाएं साथ ही घना कोहरा प्रदूषण को और गंभीर बना रहे हैं। हवा में मौजूद जहरीले कण नीचे ही फंसे हुए हैं जिससे पूरे एनसीआर क्षेत्र में धुंध की मोटी परत छा गई है।
GRAP-4 लागू, सख्त प्रतिबंध
हालात को काबू में करने के लिए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने दिल्ली एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रैप के चौथे चरण को लागू किया हुआ है। इसके तहत निर्माण और तोड़फोड़ के कार्यों पर सख्त प्रतिबंध है, वाहनों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक है और डीजल वाहनों के इस्तेमाल पर अतिरिक्त सख्ती जैसे कदम उठाए गए हैं।
दिल्ली सरकार के कड़े फैसले
दिल्ली सरकार ने भी सख्त कदम उठाते हुए कई कड़े फैसले लिए हैं। अब दिल्ली में बिना वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र यानी पीयूसी के गाड़ियों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं मिलेगा। राजधानी से बाहर पंजीकृत गैर-बीएस6 मानक वाली गाड़ियों को भी दिल्ली में एंट्री नहीं मिलेगी। इसके अलावा सभी प्राइवेट और सरकारी दफ्तरों में 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम देना होगा।
हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित
दिल्ली एनसीआर में शुक्रवार सुबह घने कोहरे के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता बेहद कम हो गई और हालात को देखते हुए कैट-3 ऑपरेशन लागू करना पड़ा। इससे उड़ानों के संचालन में देरी और व्यवधान की स्थिति बनी। अब तक करीब 125 उड़ानों में देरी हुई जबकि मध्य रात्रि से तड़के के बीच लगभग 10 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। अधिकारियों के मुताबिक दिन चढ़ने के साथ ही जब दृश्यता में सुधार होगा तभी हवाई यातायात सामान्य हो पाएगा।
यात्रियों के लिए एयरपोर्ट का परामर्श
एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों के लिए विशेष परामर्श जारी किया है जिसमें बताया गया है कि घने कोहरे के कारण उड़ानों में देरी या रुकावट संभव है। यात्रियों से अपील की गई है कि एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले अपनी एयरलाइन से उड़ान की ताजा स्थिति की जानकारी जरूर लें।
उत्तर भारत के बड़े हिस्से में कोहरा
मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तर भारत के बड़े हिस्से में घना से अत्यंत घना कोहरा अभी कुछ दिनों तक बना रह सकता है। पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार तक कोहरे की मोटी परत फैली हुई है। ऐसे में हवाई, सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ने की संभावना बनी रहेगी।
20-22 दिसंबर के बीच पश्चिमी विक्षोभ
आगे की स्थिति पर नजर डालें तो मौसम विभाग ने बताया है कि 20 से 22 दिसंबर के बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है जिसके प्रभाव से पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। वहीं उत्तरी हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। दिल्ली में इस दौरान बादल छाए रहने की उम्मीद है और 22 दिसंबर के बाद तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा सकती है।
‘क्या है पृष्ठभूमि’
दिल्ली एनसीआर हर साल सर्दियों में प्रदूषण और कोहरे की गंभीर समस्या से जूझता है। इस बार भी हालात चिंताजनक हैं क्योंकि ठंडी और धीमी हवाओं के कारण प्रदूषण एक जगह जमा हो रहा है और घने कोहरे ने विजिबिलिटी 50-100 मीटर तक गिरा दी है। पिछले दिनों एक्सप्रेसवे पर कई हादसे हो चुके हैं जिसके बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत इस समय मौसम और प्रदूषण की गंभीर चुनौती से जूझ रहा है और प्रशासनिक प्रयासों के साथ-साथ आम लोगों की सतर्कता और सहयोग ही इस मुश्किल दौर से निपटने का सबसे बड़ा सहारा है।
मुख्य बातें (Key Points)
- AQI की भयावह स्थिति: दिल्ली का औसत AQI 346 रहा जबकि 14 इलाकों में 400 के पार और कहीं-कहीं 447 तक पहुंचा जो ‘गंभीर’ श्रेणी है।
- हवाई यातायात प्रभावित: IGI एयरपोर्ट पर कैट-3 ऑपरेशन लागू, करीब 125 फ्लाइट्स लेट और 10 रद्द हुईं।
- सख्त प्रतिबंध: GRAP-4 लागू, बिना PUC के ईंधन नहीं, गैर-BS6 गाड़ियों की एंट्री बंद, 50% वर्क फ्रॉम होम अनिवार्य।
- येलो अलर्ट: 19, 21 और 22 दिसंबर के लिए येलो अलर्ट जारी, सुबह 5 से 8 बजे के बीच अतिरिक्त सावधानी की सलाह।






