US H-1B Visa crisis: अमेरिका में नौकरी करने का सपना देख रहे या वहां काम कर रहे हजारों भारतीयों के लिए एक बेहद बुरी खबर सामने आई है। ट्रंप प्रशासन ने वीजा नियमों में सख्ती करते हुए एक बड़ा फरमान जारी किया है, जिसके तहत सभी एच-1बी (H-1B) और एच 4 (H4) वीजा इंटरव्यू को अक्टूबर 2026 तक के लिए पूरी तरह स्थगित कर दिया गया है। इस फैसले ने भारत आए उन पेशेवरों की नींद उड़ा दी है,
तारीख पर तारीख: अब अक्टूबर तक इंतजार
पहले इन इंटरव्यू को दिसंबर 2025 से मार्च 2026 तक के लिए टाला गया था, लेकिन अब इसे और आगे बढ़ाते हुए सीधे अक्टूबर 2026 कर दिया गया है। अचानक हुए इस बदलाव और अपॉइंटमेंट रद्द होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब आवेदकों के पास अक्टूबर तक इंतजार करने के सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। सबसे ज्यादा असर उन भारतीय पेशेवरों पर पड़ा है जो अमेरिका में नौकरी कर रहे थे और वीजा नवीनीकरण के लिए भारत आए थे, लेकिन अब वे वापस नहीं लौट पा रहे हैं।
सोशल मीडिया स्क्रीनिंग बनी बड़ी वजह
वीजा प्रक्रिया में हो रही इस भारी देरी की मुख्य वजह सोशल मीडिया स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाया जाना बताई जा रही है। अब वीजा आवेदकों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की बेहद गहनता से जांच हो रही है। इस अतिरिक्त जांच प्रक्रिया में काफी समय लग रहा है, जिससे वीजा निष्पादन की रफ्तार बहुत धीमी हो गई है और पूरा सिस्टम प्रभावित हुआ है।
विश्लेषण: ‘अमेरिका फर्स्ट’ की सख्त राह
इस फैसले को देखें, तो यह ट्रंप प्रशासन की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति का ही एक सख्त रूप नजर आता है। पहले वीजा फीस में भारी बढ़ोतरी और अब इंटरव्यू को इतने लंबे समय तक टालना, यह साफ संकेत है कि विदेशी पेशेवरों के लिए अमेरिका की राह अब आसान नहीं रही। सोशल मीडिया स्क्रीनिंग के नाम पर प्रक्रिया को इतना जटिल और लंबा खींचना, भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स और उनके परिवारों के लिए एक बड़े मानसिक और आर्थिक संकट की तरह है। यह अनिश्चितता न केवल करियर बल्कि परिवारों को भी अलग कर रही है।
लाखों की फीस और गिरता रुपया
गौरतलब है कि एच-1बी वीजा का इस्तेमाल कंपनियां विदेशी पेशेवरों, खासकर भारतीयों को नौकरी देने के लिए करती हैं। लेकिन मुश्किलें सिर्फ समय सीमा तक सीमित नहीं हैं। सितंबर 2025 में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नए आवेदकों के लिए एच-1बी वीजा की फीस बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दी थी। रुपये की कमजोरी के चलते भारतीय आवेदकों को इसके लिए फिलहाल करीब 91 लाख रुपये का भुगतान करना होगा, जो एक आम पेशेवर के लिए बहुत बड़ी रकम है।
जानें पूरा मामला
ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी और एच-4 वीजा के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया को अक्टूबर 2026 तक रोक दिया है। इसका कारण सोशल मीडिया अकाउंट्स की सख्त जांच बताया गया है। इससे पहले फीस बढ़ाकर 1 लाख डॉलर कर दी गई थी। इन फैसलों से भारत आए हुए सैकड़ों पेशेवर फंस गए हैं और नए आवेदकों का भविष्य अधर में लटक गया है।
मुख्य बातें (Key Points)
-
ट्रंप प्रशासन ने H-1B और H4 वीजा इंटरव्यू अक्टूबर 2026 तक स्थगित किए।
-
सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहन जांच के कारण हो रही है देरी।
-
वीजा रिन्यू कराने भारत आए पेशेवर अब अमेरिका नहीं लौट पा रहे हैं।
-
नए आवेदकों के लिए वीजा फीस बढ़कर 1 लाख डॉलर (करीब 91 लाख रुपये) हो गई है।






